किस देश से आने वालों को 28 दिन तक रहना होगा निगरानी में
चित्तौड़गढ़Published: Feb 03, 2020 11:14:10 pm
चीन से लौटने वालों की सेहत पर रहेगी निगरानीदूसरे जिले में जाने पर भी देनी होगी स्वास्थ्य विभाग को सूचनासभी मेडिकल कॉलेज व सीएमएचओ को निर्देश जारी
किस देश से आने वालों को 28 दिन तक रहना होगा निगरानी में
चित्तौडग़ढ़. चीन के वुहान प्रान्त में फैलने के बाद अन्तरराष्ट्र्रीय स्तर पर स्वास्थ्य जगह के लिए बड़ी चुनौती बन गए कोरोना वायरस रोग से राज्य को बचानेे के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने चीन से लौटने वालों पर निगाह जमा दी है। वुहान प्रान्त या चीन के अन्य किसी स्थान से लौटने वाला व्यक्ति २८ दिन तक स्वास्थ्य विभाग की गहन निगरानी में होगा। निगरानी इतनी कड़ी होगी कि ऐसा व्यक्ति इस अवधि में किसी अन्य जिले में भ्र्रमण करता है तो उसके बारे में संबंधित जिले को एवं निदेशालय को व्यक्तिगत रूप से सूचित करना होगा। इस बारे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक ने एक फरवरी को सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक तथा जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए है। निर्देशों के अनुसार चीन से लौटने वाले यात्री की सूचना जिले में मिलते ही संबंधित यात्री को सतत निगरानी में घर या अस्पताल में रखना होगा। चिकित्सक दल यात्री को बता देगा कि उसे २८ दिन में खांसी, बुखार आदि के लक्षण आते है तो तुरंत हेल्पलाइन पर सम्पर्क करें एवं अपने आप को घर तक सीमित कर ले। ऐसी स्थिति में परिजनों से दूरी बनाने के साथ साबुन से बार-बार हाथ धोना होगा। ऐसे लक्षण वाले यात्री को तुरंत चिकित्सलय के आइसोलेशन वार्ड में स्थानान्तरित करते हुए कोरोना वायरस के नमूने लेकर जांच के लिए भेजना होगा। ऐसा कोई यात्री अस्पताल या घर से गायब हो जाता है तो उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य निदेशालय को देनी होगी। वुहान प्रान्त से कोई यात्री आता है तो उसमें लक्षण नहीं होने पर भी कोरोना वायरस की जांच के लिए सेंपल लेना जरूरी होगा।
खुद की सेहत का भी रखे ध्यान
केरोना वायरस के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित यात्री के घर पहुंचने वाली चिकित्सा टीम भी खास सावधानी बरतने के निर्देश दिए है। टीम को व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय मॉस्क, केप, एप्रीन, गाउन, हैंड सेनेटाइजर आादि का उपयोग करने के लिए कहा गया है।
जयपुर में शुरू हो गया जांच कार्य
कोरोना वायरस की जांच का कार्य जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शुरू कर दिया गया है। निदेशलय के अनुसार राज्य में भविष्य में किसी भी यात्री कीे कोरोना वायरस रोग की जांच कराई जाती है तो यात्री के नमूने एसएमएस कॉलेज की माइक्रोबॉयोलोजी लैब में भिजवाने होंगे।