रीट परीक्षा को लेकर जिले में ६७ परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे। करीब चार सौ निजी व संविदा बसों, ७६ टैक्सी, ६० मिनी बसों, १७० स्कूल बसों, ८७ रोड़वेज बसों की व्यवस्था की जाएगी। जबकि करीब २० ट्रेन संचालित होगी। कुल परीक्षार्थियों में से 85 प्रतिशत उपस्थिति मानते हुए 20 हजार के लगभग परीक्षार्थियों को रेलवे व निजी साधनों तथा मार्ग की रोडवेज बसों से यात्रा करने वालों को छोड़ते हुए अनुमानित रूप से दस हजार परीक्षार्थियों के लिए बस सेवा उपलब्ध करवाने की संभावना के चलते 50 बैठक क्षमता की 200 निजी बसों की आवश्यकता होगी। चित्तौडग़ढ़ जिला मुख्यालय पर परीक्षा केंद्रों पर 10 हजार 832 परीक्षार्थियों में से संभावित 85 प्रतिशत (9200) अभ्यर्थियों के लिए अनुमानित 500 ऑटोरिक्शा की व्यवस्था करनी होगी। इसी तरह बस्सी, सावा, शंभूपुरा, आछोड़ा, अरनियापंथ, पुठौली आदि के लिए 2-2 निजी बसों को शटल-सेवा के रूप में संचालित करना होगा। जिले में 400 निजी बसें 170 बाल वाहिनी बसें हैं, जिनमें लगभग 50 प्रतिशत बसें कोरोना के कारण संचालन की स्थिति में नहीं है। शेष बसों के 1 से 1.5 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति यात्री आने-जाने की दर से अस्थायी परमिट जारी कर संचालन की अनुमति दी जाएगी। चित्तौडग़ढ़ जिला मुख्यालय के अलावा सभी 7 तहसील मुख्यालय परीक्षा केंद्र लोकेशन पर 10-10 बसों की व्यवस्था की जाएगी। जिनके नंबर, वाहन स्वामियों का नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि उपलब्ध करवाए जाएंगे।
रीट परीक्षा को लेकर रूट बनाए जाएंगे, जिसमें चित्तौडग़ढ़-उदयपुर-सिरोही, चित्तौडग़ढ़-निम्बाहेडा-प्रतापगढ़, चित्तौडग़ढ़ से कोटा-झालावाड़-बंारा, चित्तौडग़ढ़-भीलवाड़ा-अजमेर, चित्तौडग़ढ़-कपासन-राजसमंद-पाली-जोधपुर-जालौर-बाड़मेर रूट शामिल है। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर इन मार्गों के लिए बस व्यवस्था के लिए तीन अस्थायी बस स्टैण्ड बनाए जाएंगे। इनमें सीताफल अनुसंधान केन्द्र में निम्बाहेड़ा-प्रतापगढ़ रूट की बसों के लिए, गोरा बादल स्टेडियम में कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ की बसों के संचालन के लिए तथा इंदिरा गांधी स्टेडियम में चित्तौडग़ढ़ से भीलवाड़ा, अजमेर, उदयपुर, सिरोही, पाली, झालावाड़, बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, सिरोही की बसों एवं चित्तौडग़ढ़ से भीलवाड़ा, जयपुर, अलवर की बसों के संचालन की व्यवस्था रहेगी। चित्तौडग़ढ़ जिले में अभ्यर्थी जोधपुर-पाली-जालौर-बाड़मेर-सिरोही जैसे दूरस्थ जिलों से अधिक संख्या में आ रहे हैं। इसलिए 25 सितंबर को एक लोकल ट्रेन जोधपुर-चित्तौडग़ढ़ के लिए चलाई जा सकती है, जिसकी वापसी 26 सितंबर को रात्रि 9.00 बजे के बाद हो तो परीक्षार्थियों के लिए आवागमन की समस्या दूर हो सकेगी। इसके लिए डीआरएम, जोधपुर को पत्र लिखने का सुझाव दिया गया है।
परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए तीन बड़े फ्लेक्स बैनर रेलवे स्टेशन, तीन कलक्ट्रेट चौराहा, दो-दो अस्थायी बस स्टैण्ड पर, दो रोड़वेज बस स्टैण्ड पर नगर परिषद की ओर से लगवाए जाएंगे, जिन पर परीक्षार्थियों को परीक्षा स्थल के लिए बस कहां से मिलेगी, ं परीक्षा समाप्ति पर उनको गंतव्य तक पहुंचने वाली बसें कहां से चलेगी की सूचना तथा रात्रि विश्राम आदि से संबंधित सूचना प्रदर्शित की जाएगी। अस्थायी बस स्टैण्ड पर लाइट की सुविधा अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता की ओर से की जाएगी। बस स्टैंड पर स्वच्छ पेयजल व्यवस्था जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से की जाएगी। नगर परिषद आयुक्त की ओर से बस स्टैण्ड पर सफाई व्यवस्था एवं चल शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट द्वितीय व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग करेंगे।