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खेतों में सूख ही नहीं पा रहा पानी, गल रही फसल

locationचित्तौड़गढ़Published: Sep 05, 2019 11:25:56 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

चित्तौडग़ढ़ जिले में मानसून की सक्रियता कम होने नहीं होने एवं कभी तेज-कभी रिमझिम बारिश का दौर जारी रहने से किसान परेशान है। इससे खेतों में भर रहा पानी सूख ही नहीं पा रहा। इससे खरीफ फसल गलने लगी है। जिन खेतों में पानी निकासी के पर्याप्त प्रबंध नहीं है वहां सर्वाधिक नुकसान की स्थिति है।

खेतों में सूख ही नहीं पा रहा पानी, गल रही फसल

खेतों में सूख ही नहीं पा रहा पानी, गल रही फसल



चित्तौडग़ढ़. जिले में मानसून की सक्रियता कम होने नहीं होने एवं कभी तेज-कभी रिमझिम बारिश का दौर जारी रहने से किसान परेशान है। इससे खेतों में भर रहा पानी सूख ही नहीं पा रहा। इससे खरीफ फसल गलने लगी है। जिन खेतों में पानी निकासी के पर्याप्त प्रबंध नहीं है वहां सर्वाधिक नुकसान की स्थिति है। खेतों में पानी भरने के बाद दो-तीन दिन तेज धूप की स्थिति फसल बचाने एवं बढ़ाने के लिए चाहिए लेकिन इस बार पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से बारिश की स्थिति बनी हुई है। मौसम साफ नहीं होने एवं गिरदावरी प्रक्रिया शुुरू नहीं होने से फसल नुकसान की वास्तविक स्थिति भी सामने नहीं आ रही है। गिरदावरी में देरी से किसानों को लग रहा है कि विलंब से ये प्रक्रिया शुरू होने पर उनके नुकसान का सही आकलन नहीं हो पाएगा। जिले में कई जगह खेतों में तेज बारिश से दो-तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। ऐसे खेतों में सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, ज्वार, उड़द, मूंग, कपास आदि फसलें गल गई। सोनियाणा के नारूलाल जाट ने खेत में दो बार पहले फसल बोई थी, दोनों बार फसलें खराब हो गई। कन्थारिया गांव के किसान रघुनाथ कच्छावा, लेहरूलाल जाट, बालू दास स्वामी, कालुराम जाट ने बताया कि खेतों में पानी भरा है पानी निकलना भी मुश्किल हो रहा है, ज्यादातर मक्का की फसल खत्म हो चुकी है। फसल में कीट आदि लग जाने से पौधे खराब हो गए।
अच्छे मानसून ने रबी से बढ़ाई उम्मीद
मानसून की अच्छी बारिश से वर्तमान खरीफ फसल भले संकट में हो लेकिन आगामी रबी फसल बंपर होने की उम्मीद बन गई है। इस बार जिले के अधिकतर जलाशय छलक रहे है। ऐसे में रबी फसल के समय सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मौजूद रहेगा। इस स्थिति में माना जा रहा है कि गेंहू, चना आदि खरीफ फसलों की अच्छी पैदावार हो सकती है। किसान खरीफ में होने वाले नुकसान की भरवाई रबी से होने की आस भी लगाए हुए है।
पशुपालकों को मिले राहत
चित्तौडग़ढ़ डेयरी अध्यक्ष बद्रीलाल जाट ने आपदा प्रबंधन व सहायता मंत्री भंवरलाल मेघवाल को पत्र भेज अतिवृष्टि प्रभावित पशुपालकों को तुरंत राहत दिलाने की मांग की है। अतिवृष्टि से फसलों के साथ पशुओं के लिए चारे का भी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भरा रहने से हरा चारा सड़कर नष्ट हो गया है। पशुआहार के दाम अधिक होने से कई पशुपालक उसे खरीद भी नहीं पा रहे है।
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