चित्तौड़ पुलिस की क्या होगी प्राथमिकता, किसने बताई मीडिया को बात
चित्तौड़गढ़Published: Jan 09, 2020 11:32:23 pm
बाइक चोरों पर रहेगी नजर, तीन माह में पकडऩे है फरार 164 टॉप टेन अपराधी- एसपी ने पिछले वर्ष के आंकड़ो के साथ बताई नए वर्ष की प्राथमिकता
चित्तौड़ पुलिस की क्या होगी प्राथमिकता, किसने बताई मीडिया को बात
चित्तौडग़ढ़. जिले में पुलिस ने दुर्घटनाओं की रोकथाम सहित अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में वर्ष २०१८ की तुलना में वर्ष २०१९ में बेहतर प्रदर्शन किया। ये दावा पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में किया। उन्होंने नए वर्ष में चित्तौड़ पुलिस की तीन प्रमुख प्राथमिकता भी बताते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में विशेष कार्य करने का लक्ष्य रहेगा। इन प्राथमिकताओं में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज करना, जिले के २५ थानों के टॉप टेन अपराधियों में से फरार १६४ अपराधियों को आगामी तीन माह में गिरफ्तारन करना एवं वाहन चोर गिरोह विशेष रूप से बाइक चोरी करने वालों पर शिंकजा कसाना शामिल है। कयाल ने वर्ष २०१८ से २०१९ की तुलनात्मक उपलब्धियों के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या एक वर्ष में २५ कम हुई। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज हुई और थानों में मुकदमे भी पहले से अधिक दर्ज हुए। कयाल ने कहा कि उन्होंने अपराधियों पर शिंकजा कसने के उद्देश्य से हर थाने के टॉप टेन अपरधियों की सूची बना उनको गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। इनमें चिह्म्ति २५० अपराधियों में से ८४ को गिरफ्तार किया जा चुका जबकि शेष १६४ को तीन माह में पकडऩे का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि जिले में इस वर्ष हत्या के २४ मामलों में से एक को छोड़ पुलिस ने सबका खुलासा कर दिया। कयाल ने कहा कि राजमार्गो पर ढाबो पर शराब की अवैध बिक्री रोकने के लिए अभियान चलाया जाएगा।उन्होंने कहा कि पुलिस आमजन की पीड़ा को दूर कर सके यहीं उनका लक्ष्य रहेगा। मीडिया से चर्चा के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह एवं पुलिस उप अधीक्षक (महिला सुरक्षा) शाहना खान भी मौजूद थी।
संकोच नहीं खामियां स्वीकार करने में
पुलिस अधीक्षक ने उपलब्धियां गिनाने के साथ सवालों के जवाब में खामियां स्वीकारने में भी संकोच नहीं किया। उन्होंने माना कि लूट के कई मामलों में अपराधियों तक तो पुलिस पहुंच गई लेकिन लूट की राशि बरामदगी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने आमजन में पुलिस की छवि के बारे में कहा कि निश्चित रूप से इसमें सुधार की जरूरत है और इसके लिए थानों में स्वागत केन्द्र स्थापित करने के साथ कैमरे भी लगाए जा रहे है।
कॉलेज प्रशासन नामजद रिपोर्ट दे अन्य दोषियों के खिलाफ
पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने चित्तौडग़ढ़ के महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज में दो करोड़ से अधिक की छात्र कोष की राशि गबन के मामले में सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के छह माह बाद भी कार्रवाई नहीं होने के बारे में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस पहले ऑडिट रिपोर्ट के अभाव में कार्रवाई नहीं कर पा रही थी। कॉलेज प्रशासन ने गबन के आरोप में जिस कर्मचारी को नामजद किया उसकी गिरफ्तारी पर कोर्ट से रोक है। उन्होंने कहा कि मामले में अन्य कर्मचारियों व अधिकारियों को दोषी मानते हुए कॉलेज प्रशासन उनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट देता है तो पुलिस कार्रवाई करेंगी। उन्होंने कहा कि ऑडिट रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस उसकी पड़ताल कर रही है। जांच में भी यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूूनी कार्रवाई अवश्य होगी।
बेटियों की सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता में
कयाल ने कहा कि पुलिस बेटियों की सुरक्षा के मामले में संवेदनशील है। पुलिस अधिकारी शिक्षण संस्थाओं में जाकर भी निरन्तर बेटियों से संवाद करने के साथ उन्हें कानूनों के बारे में जानकारी देते है। बेटियों के साथ छेड़छाड़़ या उत्पीडऩ के मामलों में गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है।