जब छाई कोहर की छाई चादर, क्या देखने को मिला नजारा
चित्तौड़गढ़Published: Jan 20, 2020 10:21:29 pm
सर्द हवाओं ने ठिठुरायादिन में भी तापते रहे अलाव
जब छाई कोहर की छाई चादर, क्या देखने को मिला नजारा
चित्तौडग़ढ़. पोष माह बीतने के बाद भी गलन वाली सर्दी से राहत के कोई संकेत नहीं हैॅ। जिले में सोमवार सुबह भी घने कोहरे की चादर छाई रही। शहर में घना कोहरा छाए रहने से सुबह १० बजे तक भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बाद में धूप खिली लेकिन बादल छाए रहने से तेजी का अभाव रहा। ऐसे में सर्द हवाएं दिनभर लोगों को झकझोरती रही। बादल छाए रहनें से गलन के बावजूद चित्तौडग़ढ़ का न्यूनतम तापमान ८ डिग्री रहा। अधिकतम तापमान २० डिग्री दर्ज किया गया। शहर में सुबह कोहरे की चादर इतनी घनी थी कि १००-२०० मीटर दूर का नजारा भी मुश्किल से दिखाई दे रहा था। शहर से दुर्ग की पहाडिय़ा भी नहीं दिख पा रही थी। घने कोहरे के कारण सुबह लोग देर तक रजाईयों में दुबके रहे। सर्दी व कोहरे की सर्वाधिक मार सुबह स्कूल जाने के लिए घरों से निकले बच्चों को झेलनी पड़ी। सुबह ११ बजे बाद बाजार में दुकाने तो खुल गई लेकिन सर्द हवाओं ने ऐसा जकड़ रखा कि राहत पाने के लिए दोपहर में भी लोग अलाव जलाते रहे। दिनभर लोग भारी ऊनी वस्त्रों में लिपटे नजर आए। शाम ढलते ही बाजार में दुकाने जल्द बंद होने लगी। गर्म दूध विक्रेताओं के यहां जरूर भीड़ रही। सर्दी में बेसहारा लोगों को राहत देने के लिए विभिन्न संगठन सक्रिय दिखे।