कहां नाकारा पड़े हैं सरकारी वाहन, आपात स्थिति में क्या होगा
चित्तौड़गढ़Published: Aug 24, 2019 04:29:40 pm
चित्तौडग़ढ़/ बेगंू. नगरपालिका में जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर, टैम्पो एवं अन्य वाहन डीजल के अभाव में बंद पडे है। बेगूं नगरपालिका के इन वाहनों के लिए प्रतिमाह करीब 90 हजार रुपए का डीजल खर्च होता है। पांच माह से पेट्रोल पम्प वालों को नगरपालिका प्रशासन ने भुगतान नहीं किया।
कहां नाकारा पड़े हैं सरकारी वाहन, आपात स्थिति में क्या होगा
पेट्रोल व डीजल का नहीं हुआ भुगतान
चित्तौडग़ढ़/ बेगंू. नगरपालिका में जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर, टैम्पो एवं अन्य वाहन डीजल के अभाव में बंद पडे है। बेगूं नगरपालिका के इन वाहनों के लिए प्रतिमाह करीब 90 हजार रुपए का डीजल खर्च होता है। पांच माह से पेट्रोल पम्प वालों को नगरपालिका प्रशासन ने भुगतान नहीं किया। ऐसे में दोनों पम्प मालिकों ने नगरपालिका को डीजल देना बंद कर दिया। पांच दिन से कचरा टैम्पो बंद पड़े हैं। वहीं कचरा उठाने के लिए प्रयोग में ली जाने वाली जेसीबी मशीन एवं ट्रैक्टर भी बंद हो गए। गत दिनों बेगंू में बाढ के हालात बने। वर्तमान में भी प्रशासन इस संबंध में पूर्णतया सतर्क है एवं लोगों को भी सर्तक किया जा रहा है। ऐसे में आपात समय में भी इन वाहनों का बंद होना नगरवासियों के लिए परेशानियों का कारण बन सकता है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी से सम्पर्क करना चाहा उनका मोबाइल बंद मिला। पालिका अध्यक्ष पूजा सोनी ने बताया कि लम्बे समय से अधिशाषी अधिकारी नियुक्त नहीं थे। ऐसे में पांच माह से पेट्रोल पम्प सहित अन्य कई भुगतान नहीं हो पाया। टेम्पो चालक के भी भुगतान नहीं हुए। इस कारण से वाहनों को बंद करना पड़ा।