अस्सी वर्ष बाद चातुर्र्मास के लिए कहां पर दिगम्बर मुनियों का प्रवेश
चित्तौड़गढ़Published: Jul 01, 2020 11:34:24 pm
शहर के दिगम्बर जैन समाज के लिए बुधवार सुबह सुखद पल रहे जब करीब ८० वर्ष बाद दिगम्बर जैन मुनियों ने चातुर्मास के लिए मांगलिक प्रवेश किया। मुनिया के चातुर्मास के लिए प्रवेश करते ही जय महावीर का जयघोष गूंज उठा। दिगम्बर जैन आचार्य सुनील सागर महाराज के शिष्य मुनि सुबुद्ध सागर व मुनि सक्षम सागर का चतुर्मास के लिए मंगल प्रवेश शास्त्री नगर मंदिर से विद्यासागर मांगलिक धाम में हुआ।
अस्सी वर्ष बाद चातुर्र्मास के लिए कहां पर दिगम्बर मुनियों का प्रवेश
चित्तौैडग़ढ़. शहर के दिगम्बर जैन समाज के लिए बुधवार सुबह सुखद पल रहे जब करीब ८० वर्ष बाद दिगम्बर जैन मुनियों ने चातुर्मास के लिए मांगलिक प्रवेश किया। मुनिया के चातुर्मास के लिए प्रवेश करते ही जय महावीर का जयघोष गूंज उठा। दिगम्बर जैन आचार्य सुनील सागर महाराज के शिष्य मुनि सुबुद्ध सागर व मुनि सक्षम सागर का चतुर्मास के लिए मंगल प्रवेश शास्त्री नगर मंदिर से विद्यासागर मांगलिक धाम में हुआ। मुनिश्री की अगवानी महिला मंडल की सदस्यों एवम दिगम्बर जैन कार्यकारणी के सदस्यों द्वारा की गई। मुनियों कर पाद प्रक्षालन कसमाज के अध्यक्ष एवम दिगम्बर जैन समाज की कार्यकारणी द्वारा किया गया । कोरोना के नियमो का पालन करते हुवे समाज द्वारा साधारण तरीके से मंगलप्रवेश कराया गया। अधिकतर श्रावक-श्राविकाओं ने मास्क लगा रखे थे लेकिन आपस में सोशल डिस्टेसिंग रखना मुश्किल रहा। इस अवसर पर समाज के श्रावकों द्वारा चातुर्मास सफलता को लेकर मंगल कामना की गई। मुनियों ने कहा कि पांच माह से अधिक चलने वाले चतुर्मास से चित्तौडग़ढ़ में धर्म की प्रभावना बढ़ेगी। इस अवसर पर समाज के सरंक्षक राजकुमार गदिया,अध्यक्ष ओम प्रकाश गदिया, विद्या सागर मांगळलिक धाम के अध्यक्ष महेन्द्र टोंगिया, मुनि सेवा समिति के अध्यक्ष महावीर वेद आदि उपस्थित थे।