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गूंजता रहा गणपति को जयघोष, बरसते रहे मेघ

locationचित्तौड़गढ़Published: Sep 23, 2018 11:10:12 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

अनंत चतुदर्शी पर्व पर रविवार को शहर सहित जिले भर में स्थापित गणपति प्रतिमाओं की शोभायात्राएं निकाल कर प्रतिमाओं का जल में विसर्जन किया गया।

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गूंजता रहा गणपति को जयघोष, बरसते रहे मेघ


चित्तौडग़ढ़. अनंत चतुदर्शी पर्व पर रविवार को शहर सहित जिले भर में स्थापित गणपति प्रतिमाओं की शोभायात्राएं निकाल कर प्रतिमाओं का जल में विसर्जन किया गया। इसके साथ ही दस दिवसीय गणेशोत्सव की धूम थम गई।
इस पर्व पर शहर भर व घरों में गणेश चतुर्थी पर स्थापित की गई गणेश प्रतिमाओं की ढोल ढमाको और डीजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। गंभीरी नदी तट पर गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ के जयघोष के साथ नम आंखों से प्रतिमाओं का जल में विसर्जन किया गया। भीतरी शहर सहित गांधीनगर, कुंभानगर, प्रतापनगर, मधुबन सहित सभी इलाकों से लोग प्रतिमाओं को ऑटो, ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों से डीजे व ढोल ढमाकों से जुलूस के रूप में गंभीरी नदी के तट पर लाए। दिन भर बरसती रिमझिम बारिश के बीच युवा, युवतियां, महिलाएं, लोग व बच्चे भिगते हुए गरबा, डांडिया नृत्य करते हुए चल रहे थे। विभिन्न मार्गों से प्रतिमाएं नदी तट पर पहुंची। नदी का जल स्तर बारिश से बढऩे से आम जन को पानी तक नहीं जाने दिया गया। नदी पर प्रतिमाओं की पूजा अर्चना कर उन्हें गोताखोरों को सुपुर्द की। गोताखोरों ने नाव में बैठकर नदी के बीच जाकर प्रतिमाओं का विसर्जन किया।
अनंत चतुदर्शी पर गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकालने का क्रम सुबह दस बजे से शुरू हो गया जो दिन भर चला। शहर, उपनगरों से प्रतिमाओं की शोभायात्राएं एक-एक कर आती रही जो दिन भर निकाली गई। कहीं टै्रक्टर तो कहीं ऑटो या ठेले में शोभायात्राएं मुख्य मार्गों से होकर गंभीरी नदी पहुंची। प्रतिमाओं का आकर्षक शृंगार किया गया। कई प्रतिमाओं व डीजे को बारिश से बचाव के लिए तिरपाल आदि से भी ढंका गया। गली-मोहल्लों व घरों से लोग बाइक आदि भी प्रतिमाएं लेकर आए। कई शोभायात्राओं में शाही लवाजमा भी नजर आया। नदी पर पुलिस, गोताखोरों का जाब्ता तैनात था।
पहले नहीं देखी विसर्र्जन के दिन ऐसी बारिश
लोगों को ऐसा अवसर याद नहीं आ रहा था जब अनंत चतुर्दशी पर गणपति विसर्जन के मौके पर सुबह से रात तक बारिश की झड़ी लगी रही हो। बारिश के कारण प्रतिमाओं के जुलूस व विसर्जन के दौरान व्यवधान आया। छाया आदि के अतिरिक्त जाब्ते करने पड़े। इस बीच भी श्रद्धालुओंं के उत्साह में कोई कमी नहीं रही। भिगते हुए भी नाचते, गाते नदी तट पर पहुंचे।
श्रद्धालुओं को मिला पुड़ी-सब्जी महाप्रसाद
चित्तौड़ महोत्सव समिति की ओर से सूचना केन्द्र के निकट तिरपाल आदि लगाकर श्रद्धालुओं के लिए सब्जी, पुड़ी प्रसादी की व्यवस्था की गई। दोपहर बाद यहां भोजन शुरू हो गया। बारिश से व्यवधान रहा, लेकिन फिर भी मान मनुहार व प्रेम से श्रद्धालुओं को भोजन ग्रहण कराया गया। भोजन के लिए श्रद्धालु दिन सहित रात में भी आते रहे। समिति के संस्थापक अध्यक्ष सुनील ढीलीवाल व अन्य कार्यकर्ता व्यवस्थाओं को संभाले रहे।
पुलिस की टिकी रही नजर
गणपति विसर्जन मौके पर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सर्तक दिखा। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मेवाड़ भील कोर के जवानों की तैनाती भी दिखी। जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह व पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी भी अधिकारियों से निरन्तर कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में फीडबैेक लेते रहे।
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