कहां गूंजी मातम की धुन, निकाले चेहल्लुम के ताजिये
इमाम हसन-हुसैैन की शहादत की याद में मुस्लिम धर्वालम्बियों द्वारा चेहल्लुम के ताजिये निकाले गए। ताजियों के जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मावलम्बी शामिल हुए।
कहां गूंजी मातम की धुन, निकाले चेहल्लुम के ताजिये
चित्तौडग़ढ़ शहर में तीन स्थानों से निकाले गए ताजिये
चित्तौडग़ढ़. इमाम हसन-हुसैैन की शहादत की याद में मुस्लिम धर्वालम्बियों द्वारा चेहल्लुम के ताजिये निकाले गए। ताजियों के जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मावलम्बी शामिल हुए। इससे पूर्व रात में भी चेहल्लुम के ताजिये निकाले गए थे। रविवार को शहर में सुबह तीन स्थानों लौहार मोहल्ला, सिपाही मोहल्ला एवं दुर्ग से ताजिये निकाले गए। ताजियों में लोग हसन-हुसैन की शहादत को याद करते हुए मातम मनाते हुए चल रहे थे। तीनों स्थानों से निकाले गए ताजिये अलग-अलग मार्गो से होते हुए अपराह्न गांधी चौक में एकत्रित हुए। यहां ताजिये देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। गांधी चौक में एकत्रित हुए जहां उनको सलामी दी गई। ताजिये इसके बाद शाम को गोलप्याऊ पहुंचे तो यहां भी देखने वालों की भीड़ रही। चेहल्लुम के ताजियों के जुलूस में मंदसौरी ढोल की थाप पर युवा मातम मना रहे थे। ताजियों के जुलूस में शामिल लोगों के लिए कई जगह पेयजल की व्यवस्था की गई थी। ताजियों को बाद में रात में कर्बला ले जाकर ठंडा किया गया।
कैमरों में कैद करने की लगी होड़
गांधी चौक में तीनों अलग-अलग स्थान से आए ताजिये एक साथ हुए तो इस दृश्य को कैमरे में कैद करने के लिए होड लग गई। लोग मोबाइल कैमरों में इस दृ़श्य को कैद करने या रिकॉर्डिग करने की होड में लग गए।
सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध
ताजिये निकालने के दौरान मार्ग में सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध रहे। गांधी चौक में ताजियो के ठहराव के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा। यहां सुरक्षा प्रबंधों के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, पुलिस उप अधीक्षक कमल प्रसाद, कोतवाल सुमेरसिंह, सदर थाना प्रभारी विक्रम सिंह तैनात रहे।