scriptबारिश थमने के बाद भी कहां भरा हुआ तीन फीट तक पानी | Where the water is filled up to three feet even after the rain stops | Patrika News

बारिश थमने के बाद भी कहां भरा हुआ तीन फीट तक पानी

locationचित्तौड़गढ़Published: Aug 19, 2019 10:51:28 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

– बारिश बंद होने के बाद भी खेतों में भरा हुआ पानी- किसानों ने उठाई अतिवृष्टि से फसल खराबे पर मुआवजे की मांग

chittorgarh

चित्तौडग़ढ़ जिले के भैरोसिंहजी का खेड़ा गांव में खेतों में भरा तीन फीट तक पानी।



चित्तौडग़ढ़. मानसून कमजोर पडऩे के साथ बारिश का दौर भले फिलहाल थम गया हो लेकिन पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश के कारण खेतों में अब भी पानी भरा है। किसानों को अब अतिवृष्टि के कारण फसल खराब होने की चिंता सता रही है। प्रभावित किसान जिला प्रशासन से मुआवजा की मांग करने लगे है। समीपवर्ती भैरोसिंहजी का खेड़ा गांव में खेतों में तीन फीट तक पानी भरा होने से किसान परेशान है। ग्रामीणों ने सरपंच रमेश धाकड़ एवं कृषि पर्यवेक्षक सुरेन्द्रसिंह से फसलों को पहुंचे नुकसान के लिए मुआवजा दिलवाने की मांग की। शांतिलाल कुमावत ने बताया कि कृषि पर्यवेक्षक ने खेतों की स्थिति का निरीक्षण भी किया। भारी बारिश से हुए नुकसान के कारण खरीफ फसल होना मुश्किल है। ऐराल ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर अतिवृष्टि से हुए फसल खराबे पर मुआवजा दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि क्षेत्र में किसानों द्वारा बुवाई गई मक्का, ज्वार, उड़द, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की फसल खराब हो चुकी है। दूधारू पशु मरने से पशुपालकों को भी नुकसान हुआ है। ज्ञापन में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कराकर आर्थिक क्षति का मुआवजा दिलाने की मांग की गई। सेमलपुरा गांव के लोगों ने भी जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि भारी वर्षा के कारण खेतों में खड़ी मक्का की फसल नष्ट हो गई है। ज्ञापन में सर्वे करा प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की गई। भाजपा ग्रामीण मंडल भैसरोडग़ढ़ के पदाधिकारियों ने भी जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर प्राकृतिक आपदा से हुए फसल खराबे पर बीमे का लाभ व गिरदावरी करा मुआवजा दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि भारी बारिश से बोराव, तंबोलिया, श्रीपुरा, गोपालपुरा आदि क्षेत्रों में फसल को नुकसान हुआ है।
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