कहां खेतों में भर गया पानी, फसलें हो गई बर्बाद
चित्तौड़गढ़Published: Aug 18, 2019 09:57:26 pm
चित्तौडग़ढ़/ बेगूं. ब्राह्मणी नदी में आए उफान से नदी किनारे बसे गांवों में फसलें नष्ट हो गई। अनोपपूरा के जंगलों से ब्राह्मणी नदी का उद्गम होता है। इसी नदी पर कदमाली एव डोराई बांध हैं। बांध के बाद डोराई से ही नदी की शुरूआत होती है। शुक्रवार को इस नदी में आए उफान से मेगपुरा, मडावदा, आवल्हेड़ा सहित मध्यप्रदेश के कई गांवों में नदी किनारे के खेतों की फसलें चौपट हो गई। कई गांवों में मवेशी भी बह गए।
कहां खेतों में भर गया पानी, फसलें हो गई बर्बाद
चित्तौडग़ढ़/ बेगूं. ब्राह्मणी नदी में आए उफान से नदी किनारे बसे गांवों में फसलें नष्ट हो गई। अनोपपूरा के जंगलों से ब्राह्मणी नदी का उद्गम होता है। इसी नदी पर कदमाली एव डोराई बांध हैं। बांध के बाद डोराई से ही नदी की शुरूआत होती है। शुक्रवार को इस नदी में आए उफान से मेगपुरा, मडावदा, आवल्हेड़ा सहित मध्यप्रदेश के कई गांवों में नदी किनारे के खेतों की फसलें चौपट हो गई। कई गांवों में मवेशी भी बह गए। किसानों ने फसलों के खराबे का आकलन कराने की मांग की है। बारिश के चलते अलग-अलग जगह दो मकान ढह गई। बेगूं निवासी लियाकत अली पठान के सूलीमगरा में आटा चक्की की दुकान की दीवार ढह गई। दुकान में रखा सामान नष्ट हो गया। वहीं बेगूं के समीप गंगापुर गांव में शुक्रवार रात्रि को सोहनलाल धाकड़ का मकान ढह गया। मकान ढहने से सोहनलाल घायल हो गया। मकान में रखा घरेलू सामान भी नष्ट हो गया। घायल सोहनलाल का बेगूं चिकित्सालय में उपचार कराया।
तेजपुर. क्षेत्र में हुई बारिश और नदी नालों के उफान पर आने के बाद क्षेत्र की नदी नालों के किनारे पर स्थित गांवों में मक्का की फसल चौपट हो गई। क्षेत्र के बानोड़ा नदी के भी उफान पर आने से खेड़ी सहित आसपास के गांवों में मक्का की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। किसानों ने बताया कि जहां पर खेतों में नदी नाले नहीं गिरे वहां भी भारी बारिश के पानी के पानी ने फसलें नष्ट हो गई। किसानों ने फसल खराबे का सर्वे करवाकर मुआवजे दिलाने की मांग की।
बबराणा. बरसात से गुरुवार शाम स्थानीय निवासी श्यामलाल दायमा के कच्चे मकान की दीवार ढह गई। जिस वक्त मकान की दीवार ढही उस समय परिवार बाहर था। दीवार ढहने की आवाज सुनकर आसपास के लोग आए। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवार में होने के बावजूद अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला।
सोनियाणा. क्षेत्र के गांव कन्थारिया तेज बरसात से एक केलूपोश घर ढह गया। गत रात हुई तेज बरसात से दोतड़ी खेड़ा के जीतमल पुत्र रामलाल गाडरी का मकान ढह गया। वहीं सोहन लाल पुत्र रामा भील, जीतमल पुत्र रामा भील का मकान गिर गया। इस दौरान वह व उसका परिवार ढालिये में सो रहे थे। ढालिये के नहीं ढहने से परिजन बच गए। घर के पीछे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
गंगरार. उपखण्ड क्षेत्र में गत तीन दिनों से हो रही बारिश से जलाशयों में जलस्तर बढता जार हा हैँ। नायको खेड़ा वाले मार्ग में कीचड़ फैल गया। स्थानीय पुलिस स्टेशन की बैरक, कम्प्यूटर क क्ष, थानाधिकारी कक्ष एवं रिकार्ड़ रूम के कमरो की छते टपक रही है। रिकार्ड को पॉलीथिन की थैलियों में रखा जा रहा है। वर्षा के कारण कई गांवं में कच्चे मकान ढह गए।