विधानसभा की पर्यावरण समिति ने मंगलवार शाम हिदुस्तान जिंक और इसके विभिन्न परिसरों का अवलोकन किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए हिदुस्तान जिंक द्वारा किए जा रहे बहुआयामी प्रयासों की जानकारी ली।समिति के अध्यक्ष अर्जुन लाल जीनगरए सदस्य खुशवीर सिंह एवं महेंद्र विश्नोई आदि ने प्लान्ट परिक्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए। प्रबंधकों ने ग्रीन बेल्टए पौध नर्सरी और पौधारोपण गतिविधियों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों पर समिति को जानकारी दी।
विधानसभा की पर्यावरण समिति ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिले के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक ली। इस दौरान समिति के सदस्यों व जनप्रतिनिधियों ने पर्यावरण प्रदूषण के मुद्दें पर तीखे तेवर दिखाए। करीब चार घंटे चली बैठक में जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि कर्ई औद्योगिक उपक्रम नियमों की पालना नहीं कर रहे इसके बावजूद सरकारी विभाग सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे है। कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर की अध्यक्षता वाली समिति ने बैठक में एक औद्योगिक उपक्रम से निकलने वाला डंपिग वेस्ट का उपयोग करीब ३०० मीटर राजमार्ग पर सिक्स लेन सड़क निर्माण में करने का मुद्दा उठा। समिति अध्यक्ष जीनगर व सदस्य खुशवीरसिंह व महेन्द्रसिंह ने पूछा कि इसके लिए किससे अनुमति ली गर्ई तो उद्योग विभाग व अन्य अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। सांसद सीपी जोशी व पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ ने भी इस पर आपत्ति जताई। विधायक चन्द्रभानसिंह ने तो ये भी आरोप लगाया कि डपिंग वेस्ट का उपयोग ३०० मीटर से भी अधिक सड़क निर्माण में हुआ है। समिति ने अधिकारियों सेे इस मामले में जांच कर पूरी रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए। बैठक में सदस्यों ने कुछ औद्योगिक प्रतिष्ठानों से प्रदूषण फैलने का असर पशुओं व कृषि पर भी पडऩे की शिकायत की। इस पर जीनगर व अन्य सदस्यों ने पूछा कि अब तक इस असर के बारे में कोई सर्र्वे कर रिपोर्ट तैयार हुई है तो अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल बचने का प्रयास करते रहे। इस पर समिति के अध्यक्ष जीनगर ने निर्देश दिए कि पशुओं की बीमारियों और स्वास्थ्य का तुलनात्मक अध्ययन करने के लिए औद्योगिक इकाइयों की 10 किलोमीटर परिधि और इनसे बाहर की परिधि के पशुओं के बारे में १५ अक्टूबर बाद सर्वे किया जाए। सर्वे में ये भी जाना जाएगा कि इन दोनों क्षेत्रों में पशुओं की सेहत, कृषि भूमि की स्थिति, पेयजल शुद्धता, प्रदूषण आदि की स्थिति में क्या अंतर है।
जीनगर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि खनन क्षेत्रा और औद्योगिक क्षेत्रों में 15 अक्टूबर के बाद चिकित्सा शिविर लगाएं और स्वास्थ्य संबंधी विशेष ध्यान दें।समिति ने बायो मेडिकल वेस्ट और कचरा निस्तारण के लिए सभी संभव उपाय को अपनाते हुए बेहतर प्रबंधन करने और झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।़ सांसद सीपी जोशी ने गंभीरी नदी और देबारी में बढ़ते हुए प्रदूषण पर नियंत्राण पर नियंत्राण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए ।
बैठक में समिति सदस्य ने परोसी गई काजू कतली की जांच कराने के निर्देश देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को काजू कतली दी और कहा कि इस पर लगे वरक के बारे में जांच कराकर समिति को अवगत कराएं। सीएमएचओ को दूध व खाद्य सामग्री आदि के नमूने लेकर कार्रवाई के भी निर्र्देश दिए गए।
विधायक आक्या ने केसरपुरा व आस-पास के गांव में विभिन्न प्रकार के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए वहां कि वस्तुस्थिति की जानकारी दी। इस पर समिति ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों से कहा कि वे ग्रामीणों की समस्याओं की गंभीरता को समझें और समाधान का प्रयास करे। समिति अध्यक्ष जीनगर ने एडीएम पाठक को निर्देश दिए कि 15 दिन में औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों से बैठक करें और इस समस्या का 3 माह की अवधि में निर्णायक समाधान करें।बैठक में चित्तौडग़ढ़ शहर में एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान द्वारा मशीनों से जमीन खोदे जाने की जांच कराने के भी निर्देश दिए।
अधिकारी ही पूरे नहीं पहुंचे तो करने पड़े फोन
बैठक में शुरू में कुछ ही विभागों के अधिकारी पहुंचे थे। बाद में समिति के सदस्यों ने नाराजगी जताई तो तुरंत पेयजल, कृषि, पशुपालन आदि विभागों के अधिकारियों को बुलाया गया। औद्योगिक उपक्रमों के प्रतिनिधियों को एनवक्त पर फोन करके बैठक में बुलाया गया।
बैठक में नहीं दिखे कांग्रेस के जनप्रतिनिधि
राज्य में कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद पर्यावरण समिति की बैठक में भाजपा के जनप्रतिनिधि ही छाए रहे। कांग्रेस का कोई जनप्रतिनिधि इस बैठक में नहीं दिखा। भाजपा विधायक जीनगर के समिति का अध्यक्ष होने के अलावा सांसद, दो विधायक, दो प्रधान व कुछ अन्य जनप्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद थे।
सदस्यों ने किए सांवलियाजी के दर्शन
विधानसभा की पर्यावरण समिति ने मंगलवार रात श्रीसांवलियाजी मंदिर के दर्शन किए। समिति के सदस्य चित्तौडग़ढ़ से सांवलियाजी पहुंचे। यहां समिति ने दर्शन किये। समिति के अध्यक्ष अर्जुनलाल जीनगर, सदस्य खुशवीर सिंह एवं महेंद्र विश्नोई आदि ने सांवलियाजी के दर्शन किये। यहां मंदिर परम्परा के अनुसार उपरणा पहना और सांवलियाजी का प्रसाद भेंट कर स्वागत किया। मंदिर बोर्ड सदस्य भैरूलाल सोनी, पूर्व सरपंच जानकीदास वैष्णव,पंचायत समिति सदस्य कंवरलाल गुर्जर, रमेशदास वैष्णव, रमेश गुर्जर आदि ने समिति सदस्यों का स्वागत किया।