कौनसे दुर्ग पर लपको के जाल में फंस रहे पर्यटक
चित्तौड़गढ़Published: Jan 21, 2020 10:25:24 pm
– दुर्ग के प्रमुख मार्गो पर नहीं सुरक्षा के इंतजाम- मुख्य मार्गो पर सीसीटीवी कैमरे नहीं
कौनसे दुर्ग पर लपको के जाल में फंस रहे पर्यटक
चित्तौडग़ढ़. भक्ति व शक्ति की नगरी चित्तौड़ के एतिहासिक दुर्ग दर्शन के लिए पर्यटकों को मेहमान मान पधारों म्हारा देश के गीत बजाए जाते है। इसके लिए फोर्ट फेस्टिवल जैसे आयोजन होते है। दुर्ग पर सुविधा व सुरक्षा विस्तार के दावे होते है। इसके बावजूद कोटा के पर्यटकों से मारपीट की घटना ने दुर्ग के सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल खड़े कर दिए है। प्रशासन और पुरातत्व विभाग चाहे जो दावे करे हकीकत ये है कि दुर्ग के प्रमुख मार्गो पर सुरक्षा के ठोस प्रबंध नहीं है। प्रमुख स्मारकों के अंदर तो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए लेकिन मुख्य मार्गो पर कैमरे नहीं है। सुरक्षा गार्ड भी स्मारकों पर तैनात रहते है। विशाल क्षेत्र में फैले दुर्ग पर सुरक्षा के नाम पर पुलिस चौकी है लेकिन उसका जाब्ता पूरा नहीं है। पर्यटन पुलिस के नाम पर भी खानापूर्ति हो रही है। ऐसे में पर्यटकों को लपको से बचाने वाला कोई नहीं होता है। कई बार लपके या अनाधिकृत गाइड पर्यटकों से बदसलूकी भी कर देते है लेकिन उनका सबूत ही नहीं मिलता। सबसे अधिक खतरा दुर्ग के पीछे के सूरजपोल, कीर्तिस्तम्भ, भीमलत आदि एतिहासिक स्थलों को देखने पर जाने के दौरान होता है। यहां आवक कम होने से किसी पर्यटक के साथ कोई अप्रिय हादसा हो जाए तो सूचना मिलने में भी देरी हाूे जाती है।
वीआईपी दौरा होने पर सक्रिय रहेती पुलिस
दुर्ग पर पुलिस का जाब्ता नवरात्र, हरियाली अमावस्या , जौहर मेला जैसे पर्व-त्यौहार आने या वीआईपी विजिट के समय ही सक्रिय होता है। उस दौरान तो दुर्ग के प्रमुख मार्गो पर पुलिस बल दिखने से घूम रहे पर्यटकों के मन में भी सुरक्षा का भाव रहता है। इन मौको को छोड़ हालात फिर असुरक्षा का नजारा पेश करने वाले होते है।
वाहन चोर भी रहते सक्रिय
दुर्ग पर सुरक्षा के लचर इंतजाम के चलते वाहन चोर गिरोह भी सक्रिय है। ये गिरोह दुर्ग के प्रमुख स्मारको के बाहर से वाहन चुरा ले जाते है। अधिकतर मामलों में पुलिस उन तक पहुंच भी नहीं पाती है। दुर्ग पर घूमने आने वाले पर्यटकों को बाहर खड़े वाहन की चिंता रहेती है।
सुरक्षा को लेकर कलक्टर ले चुके बैठक
हाल ही 3 से 5 जनवरी तक चित्तौड़ फोर्ट फेस्टिवल का आयोजन हुुआ था। इसके बाद कुछ दिन पहले ही जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने दुर्ग से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी। इसमें पर्यटकों की सुरक्षा का मुद़्दा भी उठा था। प्रमुख मार्गो पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की चर्चा भी हुई। बैठक में पर्यटन के साथ पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे।