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किसने बताया चित्तौड़ सैनिक स्कूल राष्ट्र्र निर्माण की संस्कारशाला

locationचित्तौड़गढ़Published: Aug 07, 2020 11:45:51 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

चित्तौडग़ढ़ सैनिक स्कूल में शुक्रवार को 60वां स्थापना दिवस उत्साह से मनाया गया । स्थापना दिवस के इस अवसर पर स्कूल के शंकर मेनन सभागार में एक लाइव वेबीनार का आयोजन किया गया समारोह के मुख्य अतिथि स्कूल के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव एवं विशिष्ट अतिथि उपप्राचार्य लेफ्टिनेंट कमांडर मनीष चौधरी थे। स्कूल के सीनियर मास्टर नीतीश भट्टाचार्य और कार्यक्रम संयोजक ओंकार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया

किसने बताया चित्तौड़ सैनिक स्कूल राष्ट्र्र निर्माण की संस्कारशाला

किसने बताया चित्तौड़ सैनिक स्कूल राष्ट्र्र निर्माण की संस्कारशाला

चित्तौडग़ढ़. सैनिक स्कूल में शुक्रवार को 60वां स्थापना दिवस उत्साह से मनाया गया । स्थापना दिवस के इस अवसर पर स्कूल के शंकर मेनन सभागार में एक लाइव वेबीनार का आयोजन किया गया समारोह के मुख्य अतिथि स्कूल के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव एवं विशिष्ट अतिथि उपप्राचार्य लेफ्टिनेंट कमांडर मनीष चौधरी थे। स्कूल के सीनियर मास्टर नीतीश भट्टाचार्य और कार्यक्रम संयोजक ओंकार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया । स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबू लाल शिवरान ने बताया कि शुरूआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई । इसके बाद संगीत अध्यापक गजेन्द्र कुमार और सी एल भंडारकर ने स्कूल गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। स्कूल के पूर्व छात्र एवंं वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीश धनकड़ ने ऑनलाइन संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल ने देश सेवा के क्षेत्र में सफलता के नए आयाम स्थापित किए है । सैनिक स्कूल चित्तौडग़ढ़ में पढ़कर छात्रों ने ऊंचे पद एवं प्रतिष्ठा प्राप्त कर सफलता के आयाम छुए हैं एव स्कूल अपनी स्थापना के मकसद पर खरा उतर रहा है । सैनिक स्कूल राष्ट्र निर्माण की एक संस्कारशाला है जहां लक्ष्य प्राप्ति के लिए सभी तत्पर रहते हैं। यहां से पढ़ कर निकले छात्रों की उपलब्धियां हमें गर्व से अभिभूत करती है। इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृतद्ध मान्धाता सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल सुखदीप सांगवान, एयर वाइस मार्शल एस के इन्दोरिया, ब्रिगेडियर धर्मवीर सिंह, कोमोडोर वाई कुमावत, डीआईजी सीआरपीएफ राजेश ढकरवाल, पूर्व अंग्रेजी शिक्षिका मंदाकिनी पारनाइक, जयपुर जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा, उदयपुर एडीएम ओपी बुनकर,शरद गंगवार, डॉक्टर उदय भौमिक, पूर्व अध्यापक एच एस राठी, यूएस भगवती एवं वीएस चौहान ने भी ऑनलाइन संबोधन दिया । स्कूल की अंग्रेजी अध्यापिका जयंती सक्सेना, अभिषेक भारद्वाज एव विकास चौबे द्वारा तैयार पॉवर पॉइंट प्रेसेंटेशन के द्वारा स्कूल के पिछले वर्ष की उपलब्धियों को दर्शाया गया। इस लाइव वेबिनार से पूर्व छात्रों प्रमोद कुमार बड़सरा डायरेक्टर डीपीआई, प्रोफेसर केएस कंग सहित कई पूर्व छात्रों ने बधाईया दी । कक्षा छठी के नवप्रवेशित कैडेट विदित महेश्वरी और स्कूल कैप्टन कैडेट अभिषेक सैनी अपने अनुभव को साझा किया।
श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों व हाउस का सम्मान
मुख्य अतिथि के द्वारा शैक्षणिक सत्र 2019- 20 में कक्षा वार पहलाए दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया । बेस्ट कैडेट की ट्रॉफी कुश हाउस के कैडेट राजवीर को, बेस्ट आल राउंडर की ट्रॉफी जयमल हाउस के कैडेट गौरव को मिली । बेस्ट शैक्षिक ट्रॉफी प्रताप हाउस ने जीती एव कॉक हाउस ट्रॉफी पर लगातार तीसरी बार जयमल हाउस ने कब्ज़ा जमाया। अंत में स्कूल के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव ने संबोधन में कहा कि यहां के छात्र अपने लक्ष्य के प्रति सदैव समर्पित,सजग एवं चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते है । प्राचार्य ने कहा कि स्कूल के समस्त अध्यापक एवं कर्मचारी कोविड19 जैसे महामारी में भी छात्रों के निर्बाध विकास के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत,योगा दिवस,पेंटिंग कॉम्पीटिशन जैसे कार्यक्रम का आयोजन कर रहे है । इस वर्ष बोर्ड के कक्षा दसवी की परीक्षा में 27 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए है। सैनिक स्कूल पूरे भारत में तीसरे स्थान पर और राजस्थान में पहले स्थान पर चुना गया है। कार्यक्रम संचालन अध्यापक बी बी व्यास एवं रमेश साह ने किया। अंत में संयोजक ओंकार सिंह ने आभार जताया।
वेबीनार में पूर्व छात्रों ने जाहिर की मन की भावना
मुझे बड़ा गर्व महसूस हो रहा है सैनिक स्कूल ने एजुकेशन टुडे के सर्वे में राजस्थान में प्रथम एवं पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। सैनिक स्कूल चित्तौडग़ढ़ में पढ़कर छात्रों ने ऊंचे पद एवं प्रतिष्ठा प्राप्त कर सफलता के आयाम छुए हैं एव स्कूल अपनी स्थापना के मकसद पर खरा उतर रहा है। सैनिक स्कूल एक संस्कारशाला है जहां लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपने आदर्शों के साथ पदाधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी व छात्र तत्पर रहते हैं। सैनिक स्कूलों में छात्रों को एनसीसी में शामिल होना, कठोर शारीरिक प्रशिक्षण से गुजरना एवं अनुशासित जीवन जीना और देशभक्ति के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है यहां से पढ़ कर निकले छात्रों की उपलब्धियां हमें गर्व से अभिभूत करती है। सैनिक स्कूल चित्तोडग़ढ़ में ही मेरी शिक्षा की बुनियाद पुख्ता हुई जिन पर मैं व्यक्तित्व की इमारत को मंजिल दर मंजिल ऊंचा करता गया।
जगदीप धनकड़,राज्यपाल, पश्चिम बंगाल
मुझे मेरे स्कूल की उन्नति एव प्रगति को देखकर बड़ा हर्ष एवं गर्व महसूस हो रहा है । स्कूल ने एजुकेशन टुडे के सर्वे में राजस्थान में प्रथम एवं पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है । वर्ष 2018-19 में 12 कैडेट्स ने एनडीए ज्वाइन किया एवं 19-20 में 19 छात्रों ने यूपीएससी की लिखित परीक्षा पास की है। स्कूल कोविड19 महामारी के इस समय में ऑनलाइन कक्षाओं एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है जो कि छात्रों के भविष्य के लिए एक सराहनीय कदम है।
मांधाता सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल,सेवानिवृत्त
मैं स्कूल के सभी शिक्षकों को जिन्होंने देश को अनेक जिम्मेदार नागरिक दिए है इस अवसर पर बधाई देता हूं। स्कूल अपने उदेश्य में निरंतर विकास कर रहा है। मै सभी को स्कूल के मोटो न दैन्यं न पलायनम् के साथ जीने की सीख देता हूं।
सुखदीप सांगवान, लेफ्टिनेंट जनरल,डीजे असम राइफल्स
मैं सभी को स्कूल के इस स्थापना दिवस की शुभकामनाए देता हूँ । सभी कैडेट्स से कड़ी मेहनत करने एव बड़ों के पदचिन्हों पर चलते हुए सफलता अर्जित करने की सलाह देता हूँ ।
एस के इन्दोरिया, एयर वाईस मार्शल
मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं स्कूल के इस स्थापना दिवस का हिस्सा बना हूँ । मुझे मेरे एल्मामीटर पर बड़ा गर्व है मुझे यहाँ पर राइट ड्रेस,राइट टाइम एव राइट प्लेस के बारे में सिखाया। जो यह मेरी सफलता का मूल मंत्र है । वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समय के साथ स्कूल हर क्षेत्र में विकास कर रहा है ।
ब्रिगेडियर धर्मवीर सिंह, कार्यवाहक जीओसी, 61 सब एरिया एव चेयरमैन एलबीए
मैं 1973 से 1982 तक सैनिक स्कूल चित्तौडग़ढ़ का छात्र रहा हूं और जो कुछ भी आज मैं हूं इसी स्कूल की देन है। इस स्कूल ने देश को बड़े बड़े अधिकारी दिए हैं यहां पर पढऩे वाले छात्रों के लिए यह एक बेस्ट संस्था है जो कि उनको अच्छे संस्कार दे रही है।
अंतरसिंह नेहरा, जिला कलक्टर, जयपुर
मेरी 1965 में स्कूल में नियुक्ति हुई एवं पारनायक परिवार का सैनिक स्कूल से काफी पुराना नाता रहा है। मेरे दोनों भाई लेफ्टिनेंट जनरल के टी पारनायक एव लेफ्टिनेंट जनरल ए टी पारनायक एवं मेरा पुत्र एयर कमोडोर वी टी पारनायक सभी सैनिक स्कूलों से पढ़े हैं। कई छात्रों ने बड़े.बड़े पदों पर पहुंच कर स्कूल का नाम रोशन किया है। स्थापना दिवस पर सभी को मेरी ओर से शुभकामनाएं देती हूं।
मंदाकिनी पारनायक, पूर्व शिक्षिका, सैनिक स्कूल, चित्तौडग़ढ़

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