scriptसिर की सुरक्षा के लिए गांव-गांव कौन देगा हेलमेट लगाने का संदेश | Who will give a message to install helmets from village to village for | Patrika News

सिर की सुरक्षा के लिए गांव-गांव कौन देगा हेलमेट लगाने का संदेश

locationचित्तौड़गढ़Published: Aug 08, 2019 10:52:30 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

पांच लाख सड़क सुरक्षा अग्रदूत देंगे हेेलमेट लगाने व दुघर्टनाओं से बचने का संदेशराजस्थान की हर पंचायत में होंगे पचास-पचास सड़क सुरक्षा अग्रदूतराजस्थान रोड सेफ्टी कौसिंल ने किया निर्णय

chittorgarh

सिर की सुरक्षा के लिए गांव-गांव कौन देगा हेलमेट लगाने का संदेश


चित्तौैडग़ढ़. राज्य की सड़कों पर दुुपहिया वाहन चलाने वालों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए हेलमेट जागरूकता का अभियान अब गांव-गांव तक फैलने वाला है। राजस्थान रोड सेफ्टी कौसिंल ने इसके लिए राजस्थान की करीब १० हजार ग्राम पंचायतों में प्रत्येक में पचास-पचास सड़क सुरक्षा अग्रदूत बनाने का फैसला किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत राज्य में कुल पांच लाख सड़क सुरक्षा अग्रदूत बनाए जाएंगे।अब राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी के प्रस्ताव पर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास की अध्यक्षता में गत २३ जुलाई को हुई राजस्थान रोड सेफ्टी कौसिंल ने राज्य की दस हजार ग्राम पंचायतों में ५०-५० सड़क सुरक्षा अग्रदूत बनाने का निर्णय किया। बैठक में तय हुआ कि राज्य में सड़क सुरक्षा का व्यापक प्रचार-प्र्रसार करने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत पर ५०-५० अग्रदूत चिह्नित कर नि:शुल्क प्रशिक्षित किया जाएगा। ये एक विशेष प्रकार का अग्र्रदूत हेलमेट धारण करेंगे। ये अग्रदूत सड़क सुरक्षा का प्रचार-प्रसार, दुर्घटना में घायल की मदद एवं जाम खुलवाने जैसे कार्यो में सहयोग करेंगे। उनको एक पृथक से गाइड लाइन तैयार कर एप के माध्यम से जोडऩे का भी विचार है। बैठक में ये भी तय हुआ कि विश्व बैंक परियोजना के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा स्वंयसेवी संस्थाओं के माध्यम से चलाए गए सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान में पूर्व में प्रशिक्षित एक लाख स्वंयसेवकों के नाम भी अग्रदूतों की निर्देशिका में शामिल किया जाए।
जिंक के सहयोग से चल रही पायलट परियोजना
वर्तमान में राज्य में हिन्दुस्तान जिंक एवं राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी के द्वारा ६० ग्राम पंचायतों में हेलमेट जागरूकता अभियान के तहत प्रशिक्षणोपरान्त रियायती दर पर हेलमेट देकर १५०० सड़क सुरक्षा अग्रदूत की पायलट परियोजना चल रही थी। इसके तहत अग्रदूत बना उनको सड़क सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
क्या होगा इसका लाभ
इस परियोजना के माध्यम से उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी लोग हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित होंगे। कई बार सड़क दुर्घटनाओं में पीडि़त को समय पर राहत नहीं मिलने पर जान चली जाती है। ऐसे अग्रदूत घायलों को अस्पताल समय पर पहुंचाने में भी सहायक बनेंगे तो त्वरित उपचार मिल सकेगा।

ट्रेंडिंग वीडियो