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क्यों दे रहे रिश्तों की दुहाई, निकाल रहे पुरानी पहचान

locationचित्तौड़गढ़Published: Nov 07, 2019 11:32:34 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

-जीत की राह में बाधा मान निर्दलीय प्रत्याशियों से नाम वापस कराने की मशक्कत- कांग्रेस व भाजपा के कई प्रत्याशी जुटे रहे प्रयासों में
– नगर परिषद चुनाव

क्यों दे रहे रिश्तों की दुहाई, निकाल रहे पुरानी पहचान

क्यों दे रहे रिश्तों की दुहाई, निकाल रहे पुरानी पहचान


चित्तौडग़ढ़. नगर परिषद चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच का कार्य पूर्ण होते ही ये साफ हो गया कि किस वार्ड में कौनसा प्रत्याशी चुनाव मैदान में है तो अब कांग्रेस व भाजपा जैसे दलों के अधिकृत प्रत्याशियों का जोर जीत की राह में बाधा लग रहे निर्दलीय प्रत्याशियों को नाम वापस लेने के लिए मनाने पर है। नामांकन पत्र दाखिल करने वाले प्रत्याशी शुक्रवार शाम ३ बजे तक नाम वापस ले सकते है। इसके बाद शनिवार को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए जाएंगे। जांच के बाद ही शहर के २७ वार्डो में सीधी भिडंत तय होने के बाद राजनीतिक दलों के नेताओं व प्रत्याशियों का फोकस शेष वार्डो में चुनाव लड़ रहे अन्य प्रत्याशियों पर हो गया। गुरूवार को भी दिनभर ऐसे पार्षद प्रत्याशी व नेता इसी जोड़-बाकी में लगे रहे कि किस निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव लडऩे या नहीं लडऩे से उनको क्या नफा-नुकसान हो सकता है। जातिगत व क्षेत्रीय समीकरणों को खंगाला जाता रहा। नुकसान की आशंका लगी तो पूरा जोर उस निर्दलीय प्र्रत्याशी से किसी भी तरह नाम वापस उठवाने पर हो गया। भाजपा या कांग्रेस के प्रत्याशी व उसके समर्थक पूरा जोर उस निर्दलीय प्रत्याशी को मनाने पर लगा रहे है। इसके लिए निर्दलीय नामांकन भरने वालों से किस तरह नजदीकी बन सकती इसकी राह ढूंढी जाती रही। कहीं रिश्ते-नातों की दुहाई दी गई तो कहीं परिजनों से पुरानी पहचान का हवाला देकर चुनाव मैदान से नाम वापस लेकर सहयोग करने की मनुहार होती रही। रिश्तेदारों व मित्रों के माध्यम से संबंधित निर्दलीय प्रत्याशी को नाम वापस उठाने के लिए दबाव बनाने के प्रयास भी खूब होते रहे। शहर में करीब १५ वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा को जीत की राह में बाधक लग रहे है तो ८ वार्डो में कांग्रेस की राह में भी निर्दलीय बाधक बनते लग रहे। ऐसे प्रत्याशियों की मान-मनुहान पर पूरा जोर गुरूवार रात तक लगाया जाता रहा।

ढूंढने पर मिल नहीं रहे प्रत्याशी
नाम वापसी के लिए प्रत्याशी का स्वयं रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष मौजूद होना जरूरी है। ऐसे में भाजपा या कांग्रेस के प्रत्याशी नाम उठवाने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी को तलाश रहे है। कुछ वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव मैदान नहीं छोडऩे के संकेत है। ऐसे कुछ निर्दलीय प्रत्याशी दबाव से बचने के लिए भूमिगत हो गए है। घर पर नहीं मिल रहे तो मोबाइल पर भी सम्पर्क नहीं हो रहा। वो किसी तरह नाम वापसी का समय गुजरने का इंतजार कर रहे है। चर्चा ये भी है कि कुछ वार्ड में कांग्रेस या भाजपा प्रत्याशी निर्दलीय का होना अपने लाभ में मान उसको प्रेरित कर रहे है कि वे मैदान नहीं छोड़े।
पहले दिन छह प्रत्याशियों ने वापस लिए नाम
नगर परिषद चुनाव में नाम वापसी प्रक्रिया के पहले दिन छह निर्दलीय प्रत्याशियों से नामांकन पत्र वापस ले लिए। निर्दलीय राजकुमार तोलम्बिया ने वार्ड नम्बर 10 से, अनन्त ने वार्ड 12 से, मोहित सरुपरिया ने वार्ड 33 से, मोहम्मद हारुन ने वार्ड 47 से, घनश्याम काबरा ने वार्ड 49 से तथा निर्दलीय बंशीलाल माली ने वार्ड नम्बर 53 से अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।
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