घरों में ही क्यों करेंगे भगवान महेश की पूजा, शिवलिंग का अभिषेक
चित्तौड़गढ़Published: May 31, 2020 12:03:54 am
भगवान महेश की वंशो उत्पत्ति दिवस महेश नवमी पर्व रविवार को माहेश्वरी समाज की ओर से मनाया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के चलते महेश नवमी महोत्सव पर इस बार सार्वजनिक आयोजन नहीं होंगे। माहेश्वरी समाज के संगठनों ने लोगों से घरों में ही नए वस्त्र पहन भगवान की पूजा एवं शिवलिंग का अभिषेक करने का आह्वान किया है।
घरों में ही क्यों करेंगे भगवान महेश की पूजा, शिवलिंग का अभिषेक
चित्तौडग़ढ़. भगवान महेश की वंशो उत्पत्ति दिवस महेश नवमी पर्व रविवार को माहेश्वरी समाज की ओर से मनाया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के चलते महेश नवमी महोत्सव पर इस बार सार्वजनिक आयोजन नहीं होंगे। माहेश्वरी समाज के संगठनों ने लोगों से घरों में ही नए वस्त्र पहन भगवान की पूजा एवं शिवलिंग का अभिषेक करने का आह्वान किया है।
नगर माहेश्वरी सभा के सचिव सुनील कलंत्री ने बताया कि रविवर को घर में साफ सफाई कर नए वस्त पहन कर सभी सपरिवार भगवान महेश की पूजा कर शिवलिंग पर अभिषेक करेंगे। शाम को अपने घरो के बाहर रंगोली बनाकर शाम 7.30 बजे 11 दीपक प्रज्वलित करेंगे। नगर माहेश्वरी सभाके अध्यक्ष सत्यनारायण आगाल व महामत्री राजेश ईनाणी ने सपिरवार घर पर ही रहने का आग्रह करते हुए कहा कि पुरूष सफेद पोषाक व महिलाएं पीली साडी धारण करें । महेश नवमीं पर्व पर आप मोबाईल से या व्यक्तिगत रूप से महेश नवमी के बधाई संदेश भेजे। गोशालाओं में गायों को हरा चारा डालने व निर्धन वर्ग के लोगों की सेवा का आह्वान भी किया गया है। कोरोनो से बचने के लिए सरकारी नियमों का पालन करे, मास्क लगाए व सामाजिक दूरी बनाये रखे। नगर माहेष्वरी सभा चित्तौडगढ के प्रवक्ता लक्ष्मीनारायण डाड व रमेशचन्द्र लढ़ा ने कहा कि तहसील एवं जिला स्तर पर समाज के सक्षम बंधु एक आपातकालीन कोष बनावें ताकि जरूरत बंद समाज बंधुओं को अपेक्षित सहायता की जा सके इसकी शुरूआात महेश जयंती के दिन से हो जाए तो श्रेष्ठ रहेगा।
युवा संगठन कराएगा कविता व निबंध प्रतियोगिता
महेश नवमी के पावन अवसर पर चित्तौडग़ढ़ जिला माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप लढ़ा ने बताया कि वर्तमान समय को ध्यान में रखते हुए स्वदेशी विषय पर स्वरचित कविता जिसमें 9 साल से 15 वर्ष तक के आयु वर्ग वाले सभी भाग ले सकेगें। कविता गाते हुए का वीडियो बना कर प्रभारी के मोबाईल पर भेजना होगा।प्रतियोगिता के लिए पवन काबरा महामंत्री को प्रभारी बनाया गया है। ऑनलाइन निबन्ध प्रतियोगिता का अयोजन किया गया है जिसका विषय कोविड 19 के बाद हमारी परिवर्तित जीवन शैली रखा गया है। उक्त प्रतियोगिता दो आयु वर्गो मे होगी। प्रथम 16 वर्ष से 25 वर्ष तक के लिए होगी जिसके तहत निबंध लिखने की शब्द सीमा 300 शब्द होगी एंव दुसरा 26 से 40 वर्ष तक के आयु वर्ग के लिए होगी जिसके तहत निबंध लिखने की शब्द सीमा 400 शब्द होगी। प्रतियोगिता के लिए ललित लढ्ढा सांस्कृतिक सचिव को प्रभारी बनाया गया है। इन दोनों प्रतियोगिताओं की अंतिम तिथि एक जून है एवं चित्तौडगढ़ जिलें के निवासी ही भाग ले सकेगें।