जानकारी के अनुसार 9 दिसंबर को बानसेन निवासी हीरालाल तेली निजी आराजी सूरजपुरा गांव के खेत पर पहुंचा तो किसी शिकारी ने वहां मेड पर जाल डाल रखी थी। उस जाल में शेर के शावक जैसा जीव दिखाई दिया। उसका वजन 7 किलो था व उसका चेहरे का नाक नक्श शेर से मिलता जुलता था। उसने पुष्टि ेके लिए वीडियो बनाकर उस शावक को जाल से मुक्त कर दिया। इसकी सूचना पूर्व सरपंच राकेश लढ्ढा ने वन विभाग के जिला अधिकारियों को दी। इस पर वन विभाग की टीम पिछले दिनों घटना चल पर पहुंची तथा वीडियो का अध्ययन करने के बाद उससे जंगली बिलाव होना बताया।
इसके एक सप्ताह बाद मंगलवार को खेत मालिक हीरालाल ने फिर शेर जैसे पग मार्क कुएं पर देखे। इस पर पुन: वन विभाग को सूचना दी। मौके पर कन्नौज वन नाका से गार्ड लेखराज खटीक बुधवार को घटनास्थल पर पहुंचे व पग मार्क देखने के बाद उसे जरख बताया है। हालाकि किसी ने इस क्षेत्र में शेर को नहीं देखा, लेकिन आसपास के सभी खेत मालिकों में खौफ हो गया है। इससे पूर्व भदेसर वनपाल शैतान सिंह भी मौका निरीक्षण कर शेर होने से इनकार किया था।