जिसमें मिड-डे-मिल से पांच करोड़ दो लाख अस्सी हजार रुपए स्वीकृत हुए है। नरेगा से एक करोड़ 74 लाख 84 हजार 145रुपए स्वीकृत हुए है। इसके बाद एसएसए ने निर्धारित राशि विद्यालय प्रबंधन समिति को जारी कर दी है।
जनवरी माह से अबतक लगभग 97 स्कूलों में ही निर्माणकार्य शुरु हो पाया है जबकि सभी स्कूलों में जनवरी माह से कार्य शुरु होकर मार्च माह तक इसकों पूर्ण करना है। कपासन ब्लॉक के लिए मिड-डे-मिल से राशि प्राप्त नहीं हुई है।
जिओ टेगिंग नहीं होने से रुका काम किचन शेड निर्माण के लिए जिओ टेगिंग नहीं होने से लगभग619 स्कूलों में निर्माण शुरु नहीं हो पाया है। सचिवों को किचन शेड के लिए जिओ टेगिंग करनी होती हैउसके बाद मस्ट्रोल जारी होता हैउसके बाद ही निर्माण शुरु हो पाता है।
मुख्यालय पर ही लापरवाही जिला मुख्यालय पर ही सर्वाधिक लापरवाही बरती जा रही है। मुख्यालय पर 163 किचनशेड का निर्माण कराना लेकिन काम शुरु 19 का ही हुआ। भैसरोडगढ़ में पांच का शुरु, बड़ीसादड़ी में तीनों का शुरु, भदेसर में 147 से 52 में काम शुरु, गंगरार में 17 में से सात में शुरु, भूपालसागर में 92 व डूंगला में 93 लेकिन निर्माण दोनों जगह शुरु नहीं।
निंबाहेड़ा में 100 में से 6 जगह काम शुरु, राशमी में 106 में से 5 जगह काम शुरु हुआ है। कपासन ब्लॉक में 112 किचनशेड निर्माण होना लेकिन अभी तक एमडीएम से राशि मिली नहीं है। वहीं बेगूं ब्लॉक में पहले से ही किचनशेड का निर्माण हो चुका है।
रैटिंग भी हो रही प्रभावित सर्व शिक्षा अभियान द्वारा हर माह रैटिंग जारी की जाती है। जिसमें विभिन्न बिंदुओं के आधार पर रैटिंग जारी होती हैजिसमें किचनशेड को भी शामिल किया गया है, लेकिन कई स्कूलों में किचनशेड नहीं होने से एसएसए की रैटिंग भी प्र्रभावित हो रही है। गत माह में भी एसएसए की 23वीं रैटिंग आई थी।
एमडीएम से जो राशि प्राप्त हुई थी उसको एसएमसी को जारी कर दी है। जिओ टेगिंग व मस्टररोल जारी होते ही कार्य शुरु करवा देंगे। राजेंद्रकुमार शर्मा, एडीपीसी, एसएसए जिन स्थानों पर किचनशैड निर्माण अब तक शुरू नहीं हो पाया वहां जल्द ही जिओ टेगिंग का कार्य कराया जाएगा। इसके लिए पूरी जानकारी ली जाएगी।
रामदेव गोयल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद,चित्तौडग़ढ़