जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय एड्स कंट्रोल अर्गनाइजेशन की ओर से इसके लिए मुम्बई की मेट्रोपॉलिस पैथोलॉजी से अनुबंध किया गया है। उक्त पैथोलॉजी के प्रशिक्षित कर्मचारी प्रत्येक सेंटर पर सप्ताह में एक दिन आएंगे और मरीजों के सैंपल एकत्र करेंगे। इसी प्रकार प्रदेश के सभी सेंटरों में सप्ताह में एक दिन टीम आएगी और दो घंटे तक सैंपलों का कलेक्शन करेगी।
इन जिलों के एआरटी सेंटरों पर होगी जांच सहायक निदेशक (सीएसटी) आर के सोनी ने बताया कि राजस्थान के अजमेर , अलवर, बीकानेर , भीलवाड़़ा, बाड़मेर, भरतपुर, बांसवाड़ा, चित्तौगढ़, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जोधपुर , झुंझुनूं, जालौर, जयपुर, कोटा , नागौर, पाली, राजसमंद, श्रीगंगानगर, सीकर, सिरोही, उदयपुर आदि जिलों में एचआईवी पायरस की जांच के लिए सैंपल कलेक्शन की सुविधा शुरू की गई है।
चूरू में प्रत्येक बुधवार एकत्रित करेंगे सैंपल भरतिया अस्पताल में संचालित एआरटी सेंटर के नर्सिंगकर्मी असलम खान ने बताया कि टीम हर बुधवार को 10 से 12 बजे के बीच सैंपल एकत्र करेगी। सैंपलों की जांच मुम्बई में होगी। इसके बाद जांच रिपोर्ट मेल से आएगी। उक्त जांच निशुल्क होगी।
यह होगा फायदा एआरटी सेंटर के प्रभारी एसोसिएट प्रोफेसर हनुमान जयपाल ने बताया कि इस जांच से मरीजों के अंदर एचआईवी के वायरसों की संख्या का पता लग जाएगा। वायरसों की संख्या ज्ञात होने से उनका और बेहतर उपाचर हो सकेगा। वायरसों के मुताबिक दवा दी जा सकेगी। इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी। उनकी लाइफ कुछ और बढ़ सकती है।
सेंटर की स्थिति भरतिया अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर में 330 से अधिक एड्स मरीज पंजीकृत हैं। यहां हर माह तीन से चार नए मरीज आ रहे हैं। इसमें पुरुष 169, महिला 137, लड़के 13 व लड़कियां 11 थी।
अब तक हो चुकी 105 मरीजों की सीडी-4 जांच इसी प्रकार फरवरी में एड्स मरीजों की जांच के लिए शुरू हुई सीडी-4 जांच से अब तक 105 मरीजों की जांच की जा चुकी है। यह जांच प्रतिदिनि निशुल्क होती