ट्रक में औरंगाबाद से यूपी जा रहे 27 लोगों को रोका
चुरूPublished: Mar 31, 2020 11:38:26 am
कोरोना वायरस के कारण पूरा देश लोकडाउन है। शहर बंद है, गलियां सूनी हैं। फिर भी कुछ लोग सरकार के आदेशों की अवहेलना ही नहीं कर रहे हैं। सोमवार को पुलिस ने महाराष्ट्र औरंगाबाद से आ रहे एक कैंटर को रोककर जांच की, तो मामला कुछ और ही निकला।
ट्रक में औरंगाबाद से यूपी जा रहे 27 लोगों को रोका
सादुलपुर. कोरोना वायरस के कारण पूरा देश लोकडाउन है। शहर बंद है, गलियां सूनी हैं। फिर भी कुछ लोग सरकार के आदेशों की अवहेलना ही नहीं कर रहे हैं। सोमवार को पुलिस ने महाराष्ट्र औरंगाबाद से आ रहे एक कैंटर को रोककर जांच की, तो मामला कुछ और ही निकला। कैंटर-ट्रक में चालक बिना किसी अनुमति के और बिना किसी डर-भय के हजारों किमी पार कर 27 लोगों को भरकर अलीगढ़ यूपी जा रहा था। इसमें कुछ बच्चे भी थे। लोगों में नौ यूपी-अलीगढ़ के थे एवं शेष लोगों में से भादरा, पिलानी तथा सादुलपुर तहसील के गांव भोजाण, थानमठुई गांव के है।थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने पूछताछ की तो चालक ने बताया कि बंद के कारण काम-काज नहीं था तथा वह ट्रक में भरकर लोगों को ले आया। पुलिस ने कैंटर-ट्रक को जब्त कर लिया एवं मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोो बुलाकर ट्रक में सवार सभी लोगों की जांच करवाई एवं खाने की व्यवस्था की। माहेश्वरी भवन में बनाए गए आइसोलेश वार्ड में भर्ती करवाया गया है। हालांकि ट्रक में सवार संक्रमित नहीं हैं। कबाद में संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन मोहता, पार्षद हैदर अली एवं समाजसेवी रामकिशन बैरासरिया के सहयोग से सभी लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गई। कैंटर में ना कोई पानी की व्यवस्था थी और ना ही कोई मेडिसिन की व्यवस्था थी।
ऑटो में सवार 11 लोगों को भी पकड़ा
गश्त के दौरान पुलिस ने इंदौर मध्यप्रदेष से आए एक ऑटो को भी पकड़ा है। ऑटो में सवार 11 लोगों की स्वास्थ्य की जांच कर मोहता आयुर्वेद चिकित्सालय में बने आइसोलेशन में वार्ड में भर्ती किया है। स्वास्थ्य विभाग के धर्मपाल मूंड ने बताया कि सभी लोग इंदौर में काम करते थे तथा वहां से ऑटो किराए पर कर सिधमुख आ रहे थे। सभी लोग सिधमुख निवासी हैं।
सादुलपुर होते हुए सूरतगढ़ जा रहे थे यात्री
सादुलपुर. रेवाड़ी से पैदल चलकर कुछ यात्री सादुलपुर पहुंच गए तथा दोपहर बाद मुख्य बाजार से गुजर रहे थे। पूछताछ करने पर यात्रियों ने बताया कि वह रेवाड़ी से पैदल चलकर सादुलपुर पहुंचे हैं तथा तारानगर होते हुए सूरतगढ़ जाएंगे। यात्रियों का कहना है कि साधनों के अभाव में घर तक पहुंचना मुश्किल हो गया था। जिसके चलते पैदल चलकर सूरतगढ़ पहुंचने का निर्णय लिया है। हालांकि यात्री घबराए हुए थे एवं छिपते-छिपाते पैदल सुनसान गलियों से अंबेडकर सर्किल होकर तारानगर जा रहे थे।
बीदासर. कस्बे में दूसरे प्रांतो से मजदूरों व नागरिकों का आने का सिलसिला तीन दिनो से लगातार जारी है। सोमवार की सुबह दो ट्रकों में गुजरात राज्य से आया हुआ ट्रक नए बस स्टेण्ड पर रूका।जिसमें सैकड़ो की संख्या मे नागरिक व मजदुर ट्रको से उतर कर अपने घरो की ओर प्रस्थान कर गए। लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नही दिया। ट्रकों से बाहर से आने वाले लोगो की न तो सीएचसी मे जांच हुई न ही स्क्रीनिंग करवाई गई। दूसरे प्रांतो से ट्रकों मे आ रहे लोगो की जांच नहीं होने तथा सीधे ही अपने घरो में जाने के कारण वायरस का भय सताने लगा है। ट्रकों में आए बीदासर के अलावा श्रीडूंगरगढ़ व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक थे।
राजलदेसर. सूरत, अहमदाबाद, दिल्ली, जयपुर, जालौर, पाली आदि शहरों से सोमवार को 80 लोग यहां पहुंचे । जिनका स्वास्थ्य परीक्षण कर घरों में ही 28 दिनों तक अलग रहने की हिदायत दी।