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आखिर यहां क्यों सताता है ग्रामीणों को डर

locationचुरूPublished: Apr 04, 2021 09:41:02 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

चूरू जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर स्थित गांव गाजसर में गैनाणी सबसे बड़ी समस्या बनी हुई। स्थानीय प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने के कारण यहां के लोगों परेशानियों से जूझना पड़ता है।

आखिर यहां क्यों सताता है ग्रामीणों को डर

आखिर यहां क्यों सताता है ग्रामीणों को डर

चूरू. चूरू जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर स्थित गांव गाजसर में गैनाणी सबसे बड़ी समस्या बनी हुई। स्थानीय प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने के कारण यहां के लोगों परेशानियों से जूझना पड़ता है। बारिश में हालात तो ऐसे हो जाते हैं कि गैनाणी की पाळ टूटने से पानी बहकर शहर की तरफ आता है। वहीं गांव में घरों में घुस जाता है। ये गैनाणी तीन-चार बार टूट चुकी है। इसके स्थायी समाधान के प्रयास नहीं किए जाने के कारण गांव के लोग बेहद परेशान है। ग्रामीणों ने बताया कि गैनाणी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन समस्या जस की तस है। यही नहीं गांव की टूटी सड़कों ने भी जीना मुहाल कर दिया है।
ग्रामीणों ने बताई परेशानी
&गांव में पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं है। ये समस्या काफी वर्षों से है। सड़क टूटी फूटी पड़ी हंै। समस्याओं का आज तक कोई समाधान नहीं किया गया है। गांव के लोग इस समस्याओं को लेकर परेशानी में रहते हंै।
बजरंग प्रजापत
&बरसात के दिनों में पानी बरसने से गांव में नदी सी चलती दिखती है। गांव में कचरा जगह-जगह पड़ा रहता है। जिसके कारण बीमारी फैलने का डर लगा रहता है। विकास कार्य ठप पड़े हंै। सड़कें खराब पड़ी है। प्रशासन इसकी तरफ ध्यान नही दे
रहा है।
कपिल गावरिया
&बरसात आने से पर पानी की वजह से रास्ता रुक जाता है। आने जाने में दिक्कत रहती है। गांववालों को डर लगा रहता है कि गैनाणी टूट गई तो गांववाले डूब जाएंंगे। इसका कोई समाधान हो जाए तो काफी राहत मिल
सकती है। रात के समय गंदे पानी की बदबू ने परेशान कर दिया है। ऐसे में गांव के लोग सही तरीके से खाना भी नहीं खा
सकते है।
अमित डूडी
&गांव में कचरे का ढेर पड़ा रहता है। उस कचरे को कोई भी उठाता है। जिसके कारण बीमारी का डर रहता है। गांव के लोग पैदल चलते हंै तो पानी के कारण कपड़े खराब हो जाते हैं। गांव के पास में गैनाणी भी एक विकट समस्या है। इसका जल्द से जल्द उपाय नहीं किया गया तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता है।
राजू सहारण

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