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चुरू

आखिर क्यों भिड़े जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य

पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रधान दीपचंद राहड़ की मौजूदगी में हुई। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में लंबित पड़े बिजली – पानी के मुद्दे गर्माए रहे। पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रधान दीपचंद राहड़ की मौजूदगी में हुई। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में लंबित पड़े बिजली – पानी के मुद्दे गर्माए रहे।

चुरूJul 29, 2021 / 10:17 am

Madhusudan Sharma

आखिर क्यों भिड़े जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य

आखिर क्यों भिड़े जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य

चूरू. पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रधान दीपचंद राहड़ की मौजूदगी में हुई। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में लंबित पड़े बिजली – पानी के मुद्दे गर्माए रहे। जनप्रतिनिधियों की मांगों के एवज में अधिकारियों से जवाब देते नहीं बना। इस मौके पर गत बैठक में लिए गए प्रस्तावों सहित अधिकारियों द्वारा किए गए बकाया कार्यों की बात को लेकर जब कार्यवाही की कॉपी मांगी गईतो पंस समिति के संबंधित अधिकारियों ने भूलने का बहाना किया तो उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ नाराज हुए व बीडीओ हरिराम माहिच से कहा कि पंचायत समिति को मजाक बना रखा है। प्रधान को कहा कि इस मामले की जांच करवाएं व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। बैठक में कई अधिकारियों के नहीं आने पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर उन्हें 16 सीसी का नोटिस दिया जाए। बैठक में बिजली पर चर्चा के दौरान निगम के अधिशासी अभियंता के नहीं आने पर राठौड़ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वो क्यों नहीं आए उनके पैरों में मेंहदी लगी है क्या? राठौड़ ने कहा कि आगे से बीएलओ स्तर के अधिकारी बैठक में आएं इस तरह की व्यवस्था की जाए। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र बुडानिया ने आस – पास के गांवों को शहर के बिजली फीडर से जोडऩे का प्रस्ताव रखा। जिसे मान लिया गया। जिप सदस्य कमला पूनिया ने आरोप लगाया कि मेरी ग्राम पंचायत में मनरेगा में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। सरपंच से लेकर उपर तक अधिकारी मिले हुए हैं। जयपुर – सीकर बैठे लोगों की मस्टररोलों में हाजरी लग रही है। इस मामले को लेकर राठौड़ ने एसडीएम को जांच के निर्देश दिए।
राठौड़ ने सहारण को कई बार टोका
बैठक के दौरान हर मामलों पर पंस सदस्य हरलाल सहारण के बोलने पर राठौड़ ने उन्हें कई बार टोका और कहा कि अधिकारियों से मुझे बात करने दीजिए। मौजूदगी बैठक में डीएसपी ममता सारस्वत, एसडीएम अभिषेक खन्ना, उपप्रधान सपना तालनिया सहित कईविभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
विद्युत निगम के दलाल घूम रहे हैं
जोधपुर डिस्कॉम की कार्यशैली को लेकर चल रही चर्चा के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पहले तो बूंद – बूंद सिंचाई पद्धति के लिए किसानों को 15 लाख के डिमांड नोटिस जारी कर दिए बाद में उन्हें डेढ लाख कर दिए। कई सरपंचों ने कई वर्षों से बिजली के कनेक्शन नहीं होने का मामला उठाया तो राठौड़ ने विभाग के एइएन से कहा कि दलाल घूम रहे हैं,15 हजार देने पर दो दिन में बिजली के कनेक्शन हो रहे हैं। ऐसे में अधिकारी सरकार की छवि को दागदार बना रहे हैं। बीकानेर की तर्जपर जिले का डिस्कॉम भी निजीकरण की राह पर जा रहा है। सरकार इसे बेचने की तैयारी कर रही है। जिस पर नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र बुडानिया ने कहा कि आपके समय में भी तो स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण किया था। इस पर राठौड़ ने पलटवार कर कहा कि आप निजीकरण का समर्थन कर रहे हो,हमनें प्रायोगिक तौर पर किया था। अब पौने तीन साल में आपकी सरकार ने ठीक क्यों नहीं किया। इस मौके पर पंस सदस्य हरलाल सहारण ने कहा कि एवरेज बिल भेजने के नाम पर विभाग घरेलु उपभोक्ताओं सहित किसानों को लूट रहा है।
राठौड़ के सामने भिड़े पूनिया – सहारण, एकबारगी माहौल गर्माया
बैठक के दौरान जिप सदस्य कमला पूनिया ने प्रधान से बंद पंखों को शुरू करवाने की बात कही जिस पर पंस सदस्य हरलाल सहारण ने उन्हें टोकते हुए कहा कि आप बैठक में नहीं बोल सकते। इस पर पूनिया ने कहा कि मैं भी जिप सदस्य हूं और मुझे पूरा अधिकार है, आप कौन होते हैं मुझे रोकने वाले। मैंने प्रधान से बात की है आपसे नहीं। बाद में राजेंद्र राठौड़ की मौजूदगी में हरलाल सहारण ने कहा कि अगली बार बैठक में जनप्रतिनिधियों की बैठने की व्यवस्था बदली जाए। इस पर जिप सदस्य कमला पूनिया भड़क गई और माहौल फिर से गर्मा गया। दोनों की आपस में कड़ी तकरार हुई। बाद में बीच में दखल देते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिप सदस्य पंचायतीराज का सबसे बड़ा प्रतिनिधि होता है, उन्हें इस तरह की बैठक में बोलने का पूरा अधिकार होता है। तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ।
प्रधानजी, सभागार का सुधार करवाइए
बैठक के दौरान गर्मी व उमस से हलकान हुए उपनेता प्रतिपक्ष दो बार बीच में उठकर बाहर गए। उन्होंने पंचायत समिति सभागार की जर्जर हालत को देखकर नाराजगी जताई। प्रधान दीपचंद राहड़ से कहा कि सभागृह को अच्छा बनाओ। बजट का अभाव है तो मैं 10 लाख दे रहा हूं। इसमें ना तो पंखे चल रहे हैं, ना ही टॉयलेट साफ – सुथरे हैं। किसी की भी आवाज सुनाई नहीं दे रही है। साउंड सिस्टम लगवाओ। उन्होंने वीडीओ से प्रस्ताव लेकर तकमीना बनवाकर भेजने के निर्देश दिए।

इन गांवों में गहराई गई बिजली-पानी की समस्याएं
गांव रामदेवरा में एक माह से जले ट्रांस्फार्मर का मुद्दा सदन में उठाया गया। देपालसर सरपंच ने घरों के उपर से गुजर रही हाई वोल्टेज बिजली की लाइन हटाने की मांग की। पंस सदस्य सुनील मेघवाल ने गांव झारिया में 27 क्षतिग्रस्त बिजली के पोल बदलने की मांग की, वहीं गांव खंडवा में डीपी लगाने की मांग हुई। सरपंच दूधवा मीठा ने 30 जर्जर पोलों को बदलने की मांग कर कहा कि लंबे समय से विभाग ध्यान नहीं दे रहा है, बारिश का मौसम है हादसा हुआ तो जिम्मेदार कौन होगा। गांव श्योपुरा में तीन साल पहले डाली गई आपणी योजना की पाइप लाइन में अभी तक पानी शुरू नहीं हुआ। बैठक में कईजनप्रतिनिधियों ने अरोप लगाया कि पानी विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते। लीकेज ठीक करने के टेंडर सिर्फ कागजों में हुए हैं। गांवों में कार्मिक जाते ही नहीं हैं। जिस पर राठौड़ ने कहा कि अधिकारी दफ्तरों से बाहर निकलें। ऐसे काम नहीं चलते वाला। बैठक में पटवारियों के गांवों में नहीं जाने के मामले को लेकर राठौड़ ने एसडीएम से कहा कि उन्हें नोटिस जारी करें। गांवों में आबादी भूमि के सीमांकन करने की बात भी कही गई।

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