चुरू

राजस्थान के इस गांव में खुदाई में निकली प्राचीन मूर्ति, पढिए पूरी खबर

द्रोणगिरी की पहाडि़यों की तलहटी में बसे प्राचीन गांव गोपालपुरा में खुदाई के समय प्राचीन मूर्ति निकली है। जो कि इलाके में चर्चा का विषय बनीं हुई है। हालांकि मूर्ति किस देवता की है और कितनी पुरानी है इसे लेकर फिलहाल संशय बना हुआ है। पूरी तस्वीर पुरात्तव विभाग की जांच के बाद ही साफ हो पाएगी। बहरहाल मूर्ति सुजानगढ़ के सदर थाने में रखवाई गई है।

चुरूMar 19, 2024 / 09:55 am

Devendra

चूरू. जिले के सुजानगढ़ उपखंड के पश्चिमी छोर में द्रोणगिरी की पहाडि़यों की तलहटी में बसे प्राचीन गांव गोपालपुरा में खुदाई के समय प्राचीन मूर्ति निकली है। जो कि इलाके में चर्चा का विषय बनीं हुई है। हालांकि मूर्ति किस देवता की है और कितनी पुरानी है इसे लेकर फिलहाल संशय बना हुआ है। पूरी तस्वीर पुरात्तव विभाग की जांच के बाद ही साफ हो पाएगी। बहरहाल मूर्ति सुजानगढ़ के सदर थाने में रखवाई गई है।

सोशल मीडिया पर हुई वायरल

गांव गोपालपुरा के ग्रामीणों के मुताबिक मूर्ति गांव के खनन इलाके में तीन दिन पहले पत्थर निकालते समय मिली थी। इसके बाद मजदूर मूर्ति को पत्थरों के साथ ट्रेक्टर ट्रोली में डालकर एक क्रेशर पर ले गए। इसके बाद क्रेशर पर गांव के नारायण पुजारी की नजर मूर्ति पर पड़ी। उसने मूर्ति की तस्वीर लेकर सुजानगढ़ व बीदासर के जैन समुदाय के लोगों को भेजी। नारायण ने फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल की। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। सदर थानाधिकारी सुखराम चोटिया व तहसीलदार सुभाष स्वामी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में लिया व थाने में रखवाया।

ग्रामीण बोले मूर्ति वाली जगह बनें मंदिर

गांव गोपालपुरा में हजारों साल पुरानी मूर्ति मिलने के बाद ग्रामीण यहां पर जैन मंदिर बनाकर मूर्ति स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने कलक्टर पुष्पा सत्यानी को पत्र भेजा है। पत्र में लिखा है कि गुरु द्रोण की तपोस्थली रही गांव की भूमि में कई देवी देवताओं की प्राचीन मूर्तियां मिलने की संभावना है। यहां पर खनन पर रोक लगाकर इस इलाके की खुदाई करवाई जाए तो यहां पर पुरानी सभ्यता के मिलने के आसार हैं। ग्रामीणों ने कलक्टर को भेजे पत्र में जहां पर मूर्ति निकली है उसी स्थान पर मंदिर बनाकर मूर्ति स्थापित करने की मांग की है।

एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

स्थानीय श्री दिगंबर जैन सरावगी खंडेलवाल पंचायत मंदिर अध्यक्ष सुनीलकुमार बगड़ा व मंत्री पारसमल बगड़ा, महावीर पाटनी ,रौनक बगड़ा ने सोमवार को उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश वर्मा को पत्र सौंप कर मूर्ति को स्थानीय 107 वर्ष पुराने दिगंबर जैन समाज मंदिर में अस्थाई रूप से विराजमान करने की मांग की है । ताकि विधि विधान ढंग से पूजा हो सके और धार्मिक भावना को बल मिले।

इनका कहना है :

गांव गोपालपुरा के खनन इलाके में पाइपलाइन के लिए खुदाई करते समय यह मूर्ति मिली है। पुरात्त्व विभाग को सूचित किया गया है। मूर्ति कितनी पुरानी है, और किस धर्म के देवता की है। इसका खुलासा टीम के आने के बाद ही होगा। फिलहाल मूर्ति सदर थाने में रखवाई गइ है।

सुखराम चोटिया, थानाधिकारी, पुलिस थाना सदर, सुजानगढ़

जिस स्थान पर प्राचीन मूर्ति मिली है व गोपालपुरा का खनन इलाका है। प्रथम दृश्टया देखने पर वह किसी जैन दिगम्बर धर्म के देवता की है। हालांकि पूरी तस्वीर तो पुरातत्व विभाग की टीम के आने के बाद ही साफ होगी।

सुभाष स्वामी, तहसीलदार, सुजानगढ़

गोपालपुरा कभी गुरु द्रोण की तपोभूमि रहा है। यहां पर कई प्राचीन सभ्यताएं पनपी है। जिस तरह से खनन इलाके में खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्ति मिली है। इससे जाहिर है, यहां पर प्राचीन काल में कई धर्माें के लोग रहे होंगे। अब इसकी जाचं की आवश्यकता है।

सविता राठी, सरपंच, गोपालपुरा

पुरात्तव विभाग को मूर्ति जमा करवाने के निर्देश दिए हैं। आर्काइज विभाग की जांच के बाद ही पूरी िस्थति स्पष्ट हो पाएगी। जांच के बाद ही पता चल पाएगी कि कितनी पुरानी है, या फिर प्राचीन है भी या नहीं ।

पुष्पा सत्यानी, कलक्टर, चूरू

Home / Churu / राजस्थान के इस गांव में खुदाई में निकली प्राचीन मूर्ति, पढिए पूरी खबर

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.