युवा किसान नेता सुरेन्द्र गोदारा ने कहा कि भींचरी व कनवारी में गांव के अंदर से स्टेट हाइवे निर्माण के चलते टूटने वाले पक्के मकानों, दुकानों, व्यक्तिगत व सार्वजनिक संपत्ति के बड़े पैमाने पर होने वाले नुक़सान को लेकर भी अभी तक मुआवजे का कोई काम नहीं किया गया है जबकि इस कारण अनेक घर बेघर हो जाएंगे जिनको इनकी सम्पत्ति के नुक़सान का बाजार मूल्य देने की मांग की गई। सरपंच हरिप्रसाद दायमा व भागीरथ गोदारा ने सोमवार को कांग्रेस नेता हाजी मकबूल मण्डेलिया, भंवरलाल पुजारी, सुजानगढ़ के गणेश ढाका आदि के साथ जिला कलक्टर डा.प्रदीप के गवांडे से मिलकर सन्दॢभत ज्ञापन सौंपा। हालांकि तीनों गांवों में धरना यथावत जारी रहा।
गांव सांगासर में धरने पर नारायण प्रसाद गोदारा, मांगीलाल एचरा, गोपालराम, घनश्याम दायमा, गजेन्द्र सिंह, हीरालाल मेघवाल, श्रवण सिंह, सुभाष गोदारा, गोविंद सहारण, भागीरथ एचरा आदि मौजूद थे। गांव भींचरी में मगाराम पूनिया, किशन सिंह, डेडाराम, कुरड़ाराम मेघवाल, शेराराम पूनिया, पोखरराम, ओमप्रकाश आदि थे। गांव लूंछ में सरपंच संपत नायक, भगवानाराम, महेंद्र श्योराण, संजय सिंह, रिछपाल, निरंजन जांगिड़, नोपाराम, पन्नालाल, राधेश्याम शर्मा आदि धरने पर बैठे।