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Ayurveda churu: कोरोना में कारगर साबित हुई आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी पद्धति

locationचुरूPublished: May 20, 2022 11:18:53 am

Submitted by:

manish mishra

Ayurveda churu: दूसरी तरफ आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी चिकित्सालयों के लिए नाममात्र का बजट मिल पा रहा है।
 

Ayurveda churu: कोरोना में कारगर साबित हुई आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी पद्धति

Ayurveda churu: कोरोना में कारगर साबित हुई आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी पद्धति

Ayurveda churu: चूरू. कोरोना महामारी के दौरान ऐलोपैथी के साथ एक बार फिर से उपचार में प्राचीन पद्धति आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी की तरफ रुझान देखने को मिला। सबसे अच्छी बात यह है कि जहां अंग्रेजी दवाईयों के साइड इफ्ैक्ट नजर आए, वहीं इन प्राचीन पद्धतियों के इस्तेमाल से लोगों को राहत मिली। लेकिन इसके बावजूद ये पद्धतियां सरकार की उपेक्षा का शिकार बनी हुई है। आयुर्वेद अस्पतालों के हालात सही नहीं है, दवाओं के अभाव में केवल चूर्ण की पूडियां थमाई जा रही है। एक तरफ जहां ऐलोपैथी में सरकार करोड़ों रुपए का बजट सालान देती है। दूसरी तरफ आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी चिकित्सालयों के लिए नाममात्र का बजट मिल पा रहा है।
आयुर्वेदिक विभाग के आंकड़ों की माने तो कोरोना के बाद जिले के औषधालयों में आउटडोर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जो कि लोगों के आयुर्वेद के प्रति विश्वास को दर्शाता है। वर्ष 2018-19 में जहां आउटडोर 2095624 का था, वह वर्ष 2021-22 में बढ़कर 2296891 के करीब पहुंच गया। वर्ष 2020-21 में जहां भर्ती रोगियों की संख्या 96 थी, वह 2021-22 में बढ़कर 144 के पास पहुंच गई। विभाग के अधिकारियों की माने तो कुल 123 बड़े-छोट आयुर्वेदिक औषधालय संचालित हैं।
9 में से तीन अस्पताल बंद

जिले में होम्योपैथी अस्पतालों की स्थिति सामान्य कही जा सकती है, हालांकि वर्ष 2018-19 के मुकाबले में वर्ष 2018-19 में मरीजों की संख्या कम रही। लेकिन कोरोना महामारी आने के बाद वर्ष 2019-20 के मुकाबले में वर्ष 2020 में ओपीडी की संख्या में इजाफा हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि जिले के किसी भी होम्योपैथी अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने की सुविधा नहीं है। होम्योपैथी विभाग के जिला नोडल अधिकारी डॉ. नवीन बेनीवाल की माने तो जिले में होम्योपैथी के नौ अस्पतालों में से केवल छह संचालित हैं। तीन पर स्टॉफ सहित अन्य कमियों के चलते ताला लगा हुआ है। जिसमें जीली, सालासर व राजगढ़ के अस्पताल शामिल है। फिलहाल सांखू, डीएच चूरू, सिटी चूरू, मालासी, बामणिया व सुजानगढ़ में अस्पताल संचालित हैं। डॉ. बेनीवाल ने बताया कि सांखू व चूरू में नए भवनों का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
आयुर्वेद औषधालयों की आईपीडी, ओपीडी

वर्ष आईपीडी ओपीडी

2018-19 544 2095624

2019-20 422 2196702

2020-21 96 2075722

2021-22 147 2296891

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आयुर्वेद में स्टॉफ की स्थिति

पद स्वीकृत रिक्त
चिकित्साधिकारी 135 20

नर्स, कम्पाउंडर 110 40

परिचारक 98 26

होम्योपैथी में आउडोर की स्थिति

वर्ष आउटडोर

2018-19 160264

2019-20 152896

2020-21 94228

2021-21 119975

2022-23 में अप्रेल माह माह तक 13820 मरीजों को परामर्श दिया जा चुका है।
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होम्योपैथी अस्पतालों में पद की स्थिति

पद स्वीकृत रिक्त

एमओ 9 5

कम्पाउंडर 6 1

चपरासी 4 2

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