आयुर्वेदिक विभाग के आंकड़ों की माने तो कोरोना के बाद जिले के औषधालयों में आउटडोर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जो कि लोगों के आयुर्वेद के प्रति विश्वास को दर्शाता है। वर्ष 2018-19 में जहां आउटडोर 2095624 का था, वह वर्ष 2021-22 में बढ़कर 2296891 के करीब पहुंच गया। वर्ष 2020-21 में जहां भर्ती रोगियों की संख्या 96 थी, वह 2021-22 में बढ़कर 144 के पास पहुंच गई। विभाग के अधिकारियों की माने तो कुल 123 बड़े-छोट आयुर्वेदिक औषधालय संचालित हैं।
9 में से तीन अस्पताल बंद जिले में होम्योपैथी अस्पतालों की स्थिति सामान्य कही जा सकती है, हालांकि वर्ष 2018-19 के मुकाबले में वर्ष 2018-19 में मरीजों की संख्या कम रही। लेकिन कोरोना महामारी आने के बाद वर्ष 2019-20 के मुकाबले में वर्ष 2020 में ओपीडी की संख्या में इजाफा हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि जिले के किसी भी होम्योपैथी अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने की सुविधा नहीं है। होम्योपैथी विभाग के जिला नोडल अधिकारी डॉ. नवीन बेनीवाल की माने तो जिले में होम्योपैथी के नौ अस्पतालों में से केवल छह संचालित हैं। तीन पर स्टॉफ सहित अन्य कमियों के चलते ताला लगा हुआ है। जिसमें जीली, सालासर व राजगढ़ के अस्पताल शामिल है। फिलहाल सांखू, डीएच चूरू, सिटी चूरू, मालासी, बामणिया व सुजानगढ़ में अस्पताल संचालित हैं। डॉ. बेनीवाल ने बताया कि सांखू व चूरू में नए भवनों का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
आयुर्वेद औषधालयों की आईपीडी, ओपीडी वर्ष आईपीडी ओपीडी 2018-19 544 2095624 2019-20 422 2196702 2020-21 96 2075722 2021-22 147 2296891 ——————————— आयुर्वेद में स्टॉफ की स्थिति पद स्वीकृत रिक्त
चिकित्साधिकारी 135 20 नर्स, कम्पाउंडर 110 40 परिचारक 98 26 होम्योपैथी में आउडोर की स्थिति वर्ष आउटडोर 2018-19 160264 2019-20 152896 2020-21 94228 2021-21 119975 2022-23 में अप्रेल माह माह तक 13820 मरीजों को परामर्श दिया जा चुका है।
————— होम्योपैथी अस्पतालों में पद की स्थिति पद स्वीकृत रिक्त एमओ 9 5 कम्पाउंडर 6 1 चपरासी 4 2