बात हुई लेकिन बेनतीजा रही
जानकार सूत्रों का कहना है कि आयुष चिकित्सकों का मानदेय बढ़ाने व उन्हे स्थाई करने की बात पर चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा से चार दिन पहले ही बातचीत हुई। विरोध-कार्य बहिष्कार के बाद हुई वार्ता में जल्द ही सहानुभूति पूर्वक कार्रवाही का भरोसा मिला, पर अब तक कुछ नहीं हुआ। चूरू जिला संयोजक डॉ. अजीत मारोठिया ने बताया कि बैठक में आगामी 10 अगस्त के आन्दोलन की रूपरेखा पर विचार किया जाएगा।
काम है ज्यादा
आयुष चिकित्सकों का कहना है कि अल्प मानदेय भोगी होने के बाद भी वे बहुत जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कोरोना में फं्रट लाइन में रहकर स्क्रीनिंग की, संक्रमित को क्वॉरंटीन कराने, सेनेटाइज करवाना, टोल नाकों पर स्क्रीनिंग, मोबाइल ओपीडी वैन में भी इलाज करने से पीछे नहीं हटे। पीपीई किट पहनकर हर हॉटस्पॉट पर काम किया। यही नहीं उनको कोई काम सौंपा गया, उसे पूरा किया। यहां तक की अन्य लोगों के हिस्से का कार्य करने में भी वे आगे रहते हैं।
इनका कहना है
मानदेय बढ़ाने और स्थाई करने की मांग कई महीनों से विचाराधीन है। सरकार जल्द ही इस पर निर्णय ले। अन्यथा आयुष चिकित्सक पुन: आंदोलन पर मजबूर होंगे। इसे लेकर 5 अगस्त को होने वाली जयपुर बैठक में जाऊंगा।
-डॉ. अजीत मारोठिया, जिला संयोजक व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आयुष संघर्ष समिति