मामला ये है कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा संख्या 25 (वर्ष 2013) के मुताबिक बार संघ का पुस्तकालय बनाने के लिए 3.91 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की थी। बाद में कलक्ट्रेट कार्यालय की ओर से स्वीकृत राशि 29 मार्च 2014 को मद संख्या 8782 में सानिवि को हस्तांतरित कर दी गई। जबकि उक्त राशि डिपोजिट मद में स्थानांतरित की जानी थी। राशि दूसरे मद में स्थानांतरित के बावजूद सानिवि ने कार्यादेश जारी कर संबंधित फर्म से निर्माण कार्य शुरू करवा दिया।
मिल चुके कलक्टर-अधिकारियों से बार संघ के पदाधिकारी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व जिला कलक्टर से कई बार मिलकर काम शीघ्र शुरू करवाने की गुहार लगा चुके हैं। मगर हर बार उन्हें रुपए वापस सही मद में स्थानांतरित करवाकर काम शुरू करने का आश्वासन दिया जा रहा है।
अटका बिजली लाइन शिफ्टिंग का काम पुस्तकालय निर्माण कार्यस्थल के उपर से गुजर रही बिजली लाइन को दूसरी जगह शिफ्ट करवाने के लिए भी विभाग जोधपुर डिस्कॉम की ओर से जारी डिमांड नोटिस के रुपए जमा नहीं करवा पा रहा है। ऐसे में अब तक बिजली लाइन शिफ्टिंग का काम भी नहीं हो सका है।
आरके शर्मा, अधिशासी अभियंता सानिवि, चूरू