इससे पानी तेजी के साथ गाजसर गांव की ओर बहने लगा। तेजी से बहते पानी की जानकारी लगने पर गांव के लोग सतर्क हो गए और घरों की सुरक्षा के इंतजाम करने शुरू कर दिए। इसके बाद लोगों ने नगरपरिषद प्रशासन को इसकी जानकारी दी। पानी के बहाव को रोकने के लिए तीन जेसीबी की व्यवस्था की गई। सूचना मिलने के बाद नगर परिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह, सदर थानाधिकारी रामनारायण मोयल, कोतवाली थानाधिकारी सुखविन्द्र पाल, तहसीलदार भैराराम, नगरपरिषद के आत्माराम मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पानी कड़वासर मार्ग और तारानगर मार्ग और मेघवाल बस्ती में एकत्रित हो गया। इस कारण आवागमन बाधित हो गया।
पानी का बहाव तेज होने के कारण जेसीबी पानी के बीच में उतारी और खाई खोद कर उसके तेज बहाव को कम करने का प्रयास किया गया। पानी को रोकने के लिए दोपहर बारह बजे तक प्रयास जारी रहे। इसके बाद पानी को रोक दिया गया। गांव के लोगों का कहना है कि गैनाणी की निकासी के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने के कारण ये स्थिति बनी है। अब करीब सात-आठ बार ये गैनाणी टूट चुकी है। हर बार गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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ताराचंद के घर में घुसा पानी ( Water in House )
गैनाणी का गंदा पानी गाजसर के पास स्थित मेघवाल की बस्ती में घुस गया। यहां ताराचंद के मकान में पानी घुसने से घर का सामान खराब हो गया। ताराचंद बर्तन, कपड़े आदि लेकर किसी ऊंची टिले पर चले गए।
लोगों ने जताया आक्रोश
गाजसर गांव के लोगों ने बताया कि गैनाणी के संबंध में नगरपरिषद प्रशासन को जानकारी दी गई थी। लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। गैनाणी टूटने पर मौके पर पहुंचे नगरपरिषद के कर्मचारियों के सामने ग्रामीणों ने आक्रोश जताया और खरी खोटी सुनाई।