बताया जाता है कि इसी दौरान इंजन डिब्बों से अलग होकर दूर चला गया। बाद में रेलवे स्टाफ व लोगों ने मिलकर सांड को अलग किया। इंजन पीछे लौटा व डिब्बों से जुडने के बाद लाडनूं की ओर मालगाड़ी रवाना हो पाई। इस घटना की पूरे दिन इलाके में जोरदार चर्चा रही। लोग बाग बाजारों में और खेतों में तो सांड की दबंगई देखते ही रहते हैं, लेकिन कोई ट्रेन भी सांड से टकराने के बाद संतुलन खो सकती है और उसका इंजन अलग हो सकता है, यह देख कर सचमुच लोग हैरत में पड़ गए।