गनीमत यह रही कि लोगों की मदद से एसपी कार्यालय के पास उसे दबोच लिया।लेकिन मामला सामने आने के बाद अब सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक पॉक्सो मामले में विचाराधीन बंदी पीथीसर निवासी रामकरण जाट को चालानी गॉर्ड न्यायालय में पेश करने के बाद कलक्ट्रेट परिसर में बनी अस्थाई हवालात में ले जा रहे थे। इस दौरान विचाराधीन बंदी चालानी गॉर्ड का हाथ छुड़ाकर भागने लगा।
रास्ते में एक पुलिस के जवान ने उसे पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन बंदी ने उसे पटक दिया।चालानी गॉर्ड के शोर मचाने पर एसपी कार्यालय के सामने पुलिस के दूसरे जवान खड़े हुए थे।इस पर रामकरण जाट को काबू किया। उल्लेखनीय है कि पीथीसर निवासी एक व्यक्ति ने रामकरण के खिलाफ भतीजी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला रतननगर थाने में दर्ज करवायाथा।
पुलिसकर्मियों ने सुनाया दुख
विचाराधीन बंदी के इस प्रकार भागने के बाद पुलिसकर्मियों ने दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि बंदियों पर हथकड़ी लगाने पर पाबंदी है। इसके कारण कई बार आरोपियों के भागने का अंदेशा बना रहता है।
विचाराधीन बंदी के इस प्रकार भागने के बाद पुलिसकर्मियों ने दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि बंदियों पर हथकड़ी लगाने पर पाबंदी है। इसके कारण कई बार आरोपियों के भागने का अंदेशा बना रहता है।