अतिक्रमण हटाकर पालिका की ओर से इस भूमि पर कचरा डलवाया गया। खसरा नंबर 100 में स्थित भूमि पर दखन न देने के लिए प्रदेन राजस्व अपील अधिकारी की ओर से कुछ वर्षो पूर्व स्थगन आदेश दिया गया था। हाल ही में न्यायालय भू-प्रबन्धन अधिकारी पदेन राजस्व अपील प्राधिकारी ने प्रार्थी की अपील खारिज करते हुए स्टे हटा लिया था।
कलक्टर व उपखण्ड अधिकारी के निर्देशों की पालना में नगरपालिका की ओर से उक्त भूमि को अपने कब्जे में लेने के लिए सहायक अभियंता सुनील कुमार सोनी के नेतृत्व में दल गठित किया गया तथा शनिवार को मौका मजिस्ट्रेट जगदीशप्रसाद कुल्हिरी व नायब तहसीलदार कुटेन्द्र कंवर की उपस्थिति में अतिक्रमण हटाकर 50 बीघा व 6 बिश्वा भूमि अपने कब्जे में कर कचरा डलवाया गया।
नगरपालिका की टीम पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंची तो लोगों में हड़कंप मच गया। इस दौरान नगरपालिका ने तुरंत अपनी कार्रवाई कर भूमि पर कचरा डाल दिया। कब्जाधारी ने इस भूमि पर मकान बना रखा है तथा इस भूमि पर खेती करता है। खेत में फसल खड़ी थी। फसल के बीच में नगरपालिका की ओर से कचरा डाला गया। ज्योंही खेत में नगरपालिका की टीम के साथ पुलिस जाप्ता पहुंचा तो खेत में खड़ी महिला बिलखने लगी। रोते हुए महिला ने बताया कि उसका परिवार यहां 70 साल से रह रहे हैं।
प्रशासन उसके परिवार को उजाड़ रही है। पालिका के ईओ देवेन्द्र कौशिक ने बताया कि यह भूमि ठोस कचरा प्रबन्धन के लिए आरक्षित थी। 2011 से इस भूमि पर स्टे चल रहा है। स्टे टूटने के बाद शनिवार को कब्जा लेकर कचरा डाला गया है। अब उच्च अधिकारियों से जो भी आदेश मिलेगा। उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।