जब मरीज के परिजन पैसे देने से मना करते हैं, तब उन्हें यहां से कार्ड बनाकर रैफर कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि गरीब तबके के लोग निजी अस्पताल को छोड़कर सरकारी अस्पताल आते हैं और वहां भी इलाज व डिलीवरी के नाम पर वसूली की जा रही है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत किया और नवजात का शव परिजनों को सौंपा।