उस दौरान भी उन्होंने लोगों से लॉकडाउन और कोरोना महामारी को देखते हुए सोशल डिंस्टेंसिंग बना कर खड़े होने की अपील की थी। पूर्व सांसद रामसिंह कस्वा का कहना है कि हम तो प्रशासन की मदद करने और पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के दो सूत्री उद्देश्य के तहत ही मौके पर गए थे और हमने जितनी देर रहे, वही कार्य किया। इस दौरान जयपुर से चल कर उपनेता राजेंद्र राठौड़ और दिल्ली से चल कर सांसद राहुल कस्वा भी वहां पहुंचे।
इसके अलावा पहले से ही करीब 100 पार्टी कार्यकर्ता और भाजपा के कई पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन जिस तरह से चुन-चुन कर उपनेता प्रतिपक्ष समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया, वह कांग्रेस सरकार की कुत्सित मंशा को दर्शाता है। कस्वा ने कहा कि मैं 40 साल से सार्वजनिक जीवन में हूं। इस नाते कह सकता हूं कि प्रशासन की यह कार्रवाई सरासर भाजपा के लोगों में भेद पैदा करने की है। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर न्याय मांगने के लिए किए गए कृत्य को अपराध माना जा रहा है, यह अपराध हम बार-बार करेंगे।
कस्वा ने कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस के नेता भी पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर उन्हें यह भी दर्द है कि भाजपा के नेता भी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि कांग्रेस का यह कैसा दर्द है, जो एक तरफ तो जांच की मांग करता है, दूसरी ओर जांच का आदेश नहीं देता। कस्वा ने आरोप लगाया कि एक ईमानदार पुलिस अधिकारी के चरित्र हनन की भी कोशिश हो रही है, ऐसा उनके सूत्र बता रहे हैं। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सांसद राम सिंह कस्वा के अलावा जिला अध्यक्ष पंकज गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष बसंत शर्मा, नरेंद्र काछवाल, विनोद सैनी, कुलदीप पूनिया, हेमसिंह शेखावत आदि मौजूद थे।