…जब साथियों ने आगे बढ़ कर डबल ड्यूटी के लिए हां की
डॉ. अजित गढ़वाल बताते हैं कि कलक्टर साहब से चर्चा के बाद और अस्पताल में डायलिसिस मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए उन्होंने अपने टेक्निीशियन विजय और राजकिशोर गढ़वाल, सिस्टर सोसोमा केयू से चर्चा की, तो सभी ने कुछ ही पल सोचने के बाद डबल ड्यूटी के लिए हां कर दी। अब सुबह आठ से रात आठ बजे तक दो मशीनों से डायलिसिस हो रही है। तेतरा, मंडावा निवासी राजकिशोर और रामगढ़ निवासी विजय रोज ही गांव से चूरू आवागमन कर 12 घंटे ड्यूटी निभा रहे हैं। राजकिशोर झुंझुनूं के अस्पताल में काम करते थे, जिन्हें मरीजों का लोड बढऩे पर यहां तैनात किया गया।