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सगाई कर लौट रहे मां, पिता व पुत्र की मौत

locationचुरूPublished: Oct 19, 2019 11:06:04 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

उपखण्ड के ग्राम निम्बी जोधा के समीप शुक्रवार सुबह एक ट्रक व जीप के बीच हुई भीषण भिड़ंत में मां, बेटे व पिता की मौत हो गई।

सगाई कर लौट रहे मां, पिता व पुत्र की मौत

सगाई कर लौट रहे मां, पिता व पुत्र की मौत

जसवंतगढ़. उपखण्ड के ग्राम निम्बी जोधा के समीप शुक्रवार सुबह एक ट्रक व जीप के बीच हुई भीषण भिड़ंत में मां, बेटे व पिता की मौत हो गई। भिडंत इतनी तेज थी कि ट्रक व जीव दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। पुलिस के जानकारी के अनुसार बीएसएफ से रिटायर्ड रामस्वरूप बेटे अक्षय की झुंझुनूं जिले के अलसीसर गांव में सगाई कर रात जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। लाडनूं के ग्राम निंबीजोधा के समीप गांधी धाम गुजरात से पानीपत- हरियाणा की तरफ जा रहे ट्रक से उनकी जीप की आमने सामने से टक्कर हो गई। हादसे में जीप चालक शेर सिंह पुत्र रामस्वरूप रावणा राजपूत (25) व जीप में सवार रामस्वरूप पुत्र बसंतीलाल (50), मुनी देवी पत्नी रामस्वरूप (45) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस ने वाहनों में फंसेे शवों को आम जन की सहायता से बाहर निकाला व लाडनूं के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। वहीं जीप में सवार सुनील कुमार पुत्र रामकुमार (20) व ट्रक के खलासी अनवर वाजुदीन (18) वर्ष को 108 एम्बुलेंस की सहायता से लाडनूं के राजकीय अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद हाई सेंटर रैफर किया गया। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
शव परिजनों को सौंपे
पुलिस ने मामला दर्ज कर मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। हादसे ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जीवनलीला समाप्त कर दी। अब पीछे सिर्फ अक्षय व पिंकी दो भाई बहनों पर दुखों का पहाड़ सा टूट पडा है। मृतकों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नवलगढ़ थानांतर्गत बुगाला में किया गया।
चकनाचूर एक साथ शादी का सपना
जोधपुर. नागौर जिले में लाडनूं उपखण्ड के निम्बी जोधा गांव के पास ट्रक और बोलेरो पिकअप की भिड़ंत में माता-पिता के साथ जान गंवाने वाले शेरसिंह की सगाई हो चुकी थी। उसके छोटे भाई अक्षय की सगाई करने सभी घरवाले झुंझुनूं के अलसीसर गांव गए थे। सगाई के बाद बीएसएफ से सेवानिवृत्त रामस्वरूप अपनी पत्नी मुन्नीदेवी और बड़े पुत्र शेरसिंह के साथ गुरुवार देर रात बोलेरो पिकअप से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शेरसिंह गाड़ी चला रहा था। इनके साथ अक्षय भी आने वाला था, लेकिन पिता ने उसे बहन पिंकी को ससुराल छोडऩे के लिए भेज दिया था। जिससे उसकी जान बच गई। रामस्वरूप के समधी गोविंदसिंह ने बताया कि उसके भाई सवाईसिंह की पुत्री का रिश्ता शेरसिंह से तय हो गया था। छोटे पुत्र की सगाई करने अलसीसर जा रहे रामस्वरूप ने सवाईसिंह व उनकी पत्नी से भी साथ चलने का अनुरोध किया था, लेकिन घरेलू कार्य के चलते वे नहीं जा सके। अक्षय की सगाई के बाद जल्द ही दोनों पुत्र की एक साथ शादी करने का उनका सपना हादसे ने चकनाचूर कर दिया। हादसे का पता लगते ही सगाई से खुश परिवारों में मातम छा गया। मृतक शेरसिंह शादी समारोहों में लाइट डेकोरेशन करता था।

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