पुलिस ने मामला दर्ज कर मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। हादसे ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जीवनलीला समाप्त कर दी। अब पीछे सिर्फ अक्षय व पिंकी दो भाई बहनों पर दुखों का पहाड़ सा टूट पडा है। मृतकों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नवलगढ़ थानांतर्गत बुगाला में किया गया।
जोधपुर. नागौर जिले में लाडनूं उपखण्ड के निम्बी जोधा गांव के पास ट्रक और बोलेरो पिकअप की भिड़ंत में माता-पिता के साथ जान गंवाने वाले शेरसिंह की सगाई हो चुकी थी। उसके छोटे भाई अक्षय की सगाई करने सभी घरवाले झुंझुनूं के अलसीसर गांव गए थे। सगाई के बाद बीएसएफ से सेवानिवृत्त रामस्वरूप अपनी पत्नी मुन्नीदेवी और बड़े पुत्र शेरसिंह के साथ गुरुवार देर रात बोलेरो पिकअप से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शेरसिंह गाड़ी चला रहा था। इनके साथ अक्षय भी आने वाला था, लेकिन पिता ने उसे बहन पिंकी को ससुराल छोडऩे के लिए भेज दिया था। जिससे उसकी जान बच गई। रामस्वरूप के समधी गोविंदसिंह ने बताया कि उसके भाई सवाईसिंह की पुत्री का रिश्ता शेरसिंह से तय हो गया था। छोटे पुत्र की सगाई करने अलसीसर जा रहे रामस्वरूप ने सवाईसिंह व उनकी पत्नी से भी साथ चलने का अनुरोध किया था, लेकिन घरेलू कार्य के चलते वे नहीं जा सके। अक्षय की सगाई के बाद जल्द ही दोनों पुत्र की एक साथ शादी करने का उनका सपना हादसे ने चकनाचूर कर दिया। हादसे का पता लगते ही सगाई से खुश परिवारों में मातम छा गया। मृतक शेरसिंह शादी समारोहों में लाइट डेकोरेशन करता था।