चुरूPublished: Jun 13, 2020 11:37:23 am
Madhusudan Sharma
जिला मुख्यालय स्थित एनएनएमटीसी स्थित डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर के बाद अब सरदारशहर में भी डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर शुरू हो चुका है।
सरदारशहर में शुरू हुआ डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर
चूरू. जिला मुख्यालय स्थित एनएनएमटीसी स्थित डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर के बाद अब सरदारशहर में भी डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर शुरू हो चुका है। शुक्रवार को सेंटर में पहली संक्रमित बालिका को भर्ती भी कराया गया। दोपहर बाद यह बालिका चूरू के एएनएमटीसी सेंटर स्थिति कोविड केयर सेंटर से सरदारशहर के लिए रवाना हुई थी। जहां गांधी विद्या मंदिर में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में बालिका को भर्ती कराया गया। इससे पहले दिन में ही चूरू मेडिकल कॉलेज के दो सदस्यीय चिकित्सकों/प्रोफेसरों की टीम ने कोविड केयर सेंटर के लिए चयनित गांधी विद्या मंदिर के डी ब्लॉक और दूसरे स्थानों का दौरा किया। टीम में मेडिकल कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. दीपक चौधरी और सहायक आचार्य डॉ. उत्तम शामिल थे। उन्होंने गांधी विद्या मंदिर संस्थान के अध्यक्ष हिमांशु दुगड़ से भी मुलाकात की। संस्था अध्यक्ष ने मेडिकल कॉलेज की टीम को आश्वस्त किया कि वे कोविड केयर में संस्था के सारे संसाधनों को उपयोग में लेंगे। संस्था अध्यक्ष ने प्रो. दीपक चौधरी और प्रो. उत्तम के साथकोविड केयर वार्ड और कक्षों का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉ. दीपक और उत्तम ने संस्था की चिकित्सीय इकाई के कर्मचारियों को प्रिंसिपल डॉ. रविंद्र कुमार की मौजूदगी में कुछ सावधानियां बरतने को लेकर निर्देश दिए। किस तरह कोविड केयर यूनिट को शेष अस्पताल और सामान्य आवाजाही से पृथक किया जाए, इसको लेकर कुछ सुझाव दिए। डॉ. दीपक और डॉ. उत्तम ने चिकित्सीय स्टाफ, कोविड केयर सेंटर के नवनियुक्त प्रभारी डॉ. रणवीर, बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. चंद्रभान के अलावा सभी संबंधित कार्मिकों को पीपीई किट को पहनने, मरीजों के निरीक्षण के बाद किट को निस्तारित करने, साफ-सफाई, भोजन व्यवस्था, पेयजल सप्लाई, वेंटिलेशन, सेनेटाइजेशन, सैंपल कलेक्शन समेत आवाजाही के लिए किन मार्गों का इस्तेमाल किया जा सकता है, इसको लेकर सुझाव दिए। मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए कार्मिकों की रोटेशन के आधार पर ड्यूटी लगाने का सुझाव भी संस्थान प्रबंधन को दिया। कार्मिकों और मौजूद चिकित्सा स्टाफ को ड्यूटी के दौरान और उसके बाद बरती जाने वाली सावधानी को लेकर एक संक्षिप्त सा प्रजेंटेशन भी दिया। इसी दौरान चूरू से गांधी विद्या मंदिर लाई गई 12 वर्षीय बालिका को अस्पताल में भर्ती कर और रजिस्टर में उसकी जानकारी दर्ज करके किस तरह सारा रिकॉर्ड मेंटेन किया जाए, इस बारे में भी स्टाफ को प्रशिक्षित किया। बालिका के साथ आए उसके अभिभावकों को भी वहीं पर क्वारंटीन किया गया।