क्या कहते हैं ग्रामीण
&सिधमुख रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से इस क्षेत्र के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जयपुर, बीकानेर व अन्य जगहों पर कार्य करने वाले लोग, विद्यार्थियों के लिए असुविधा खड़ी हो गई है।
कृष्ण महला, सिधमुख
&रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव ना होने से लोगों को आवागमन में असुविधा हो रही है। निजी वाहनों में महंगे दाम देकर सफर करना मजबूरी हो गई है। यहां के लोगों को ट्रेन में जाने के लिए 35 किमी दूर जाना पड़ता है।
संजय खुडिया, सिधमुख
&पहले एक दर्जन ट्रेनों का ठहराव स्टेशन पर किया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। इससे इस तहसील के 50 गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। रेलवे प्रशासन को ट्रेनों का ठहराव किया जाना चाहिए।
ओमप्रकाश जांगिड़, सिधमुख
&सादुलपुर जंक्शन से 04775, 04777 हनुमानगढ़ जंक्शन से 04776 , 04778 ये सवारी रेलगाड़ी बहुत ही आवश्यक थी जो बन्द है। इन ट्रेनों को फिर से शुरू किया जाना चाहिए।
राजेन्द्र सोनी, सिधमुख
&ट्रेनों के ठहराव के लिए बार-बार ज्ञापन के माध्यम से रेलवे प्रशासन से मांग की है। यदि ट्रेनो का ठहराव अतिशीघ्र नहीं होता है तो आन्दोलन किया जाएगा। रेलवे प्रशासन को ग्रामीणों की मांग पर ध्यान देना चाहिए। ट्रेनो के अभाव में 50 गांवों के लोग परेशान हैं।
महेंद्र सहारण, प्रदेश उपाध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन