निगम के एसई एमएम सिंघवी ने बताया कि शहर में साढे चार लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ता है। बजट की घोषणा के अनुसार 50 यूनिट तक बिजली का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को यह राहत मिली है। उन्होंने बताया कि 23 हजार उपभोक्ताओं को बिजली फ्री मिलने के कारण निगम पर करीब 178 लाख रुपए का भार पड़ा है। एसई ने बताया कि बजट घोषणा के अनुसार शहर के करीब तीन लाख 56 हजार लोगों को सब्सिडी मिली है। वहीं कुल उपभोक्ताओं को करीब 23 करोड़ 80 लाख रुपए की सब्सिडी दी गई है।
निगम के अधिकारियों की माने तो योजना का लाभ सिर्फ नियमित रूप से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को ही मिलेगा। सभी उपभोक्ताओं से अपने विद्युत बिल समय पर जमा करने की बात कही है। ताकि राज्य सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का वह अधिकाधिक लाभ उठा सकें। निगम के अधिकारियों की माने तो सीएम बजट घोषणा के मुताबिक 50 यूनिट बिजली का उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्तओं के बिजली के बिल में पूर्ण सब्सिडी, 100 यूनिट उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को 50 यूनिट बिजली निशुल्क प्रदान की जाएगी। इसके अलावा समस्त घरेलू उपभोक्ताओं को 150 तक तीन रुपए प्रति यूनिट का आर्थिक सहायता और अगले 150 यूनिट तक उपभोग पर दो रुपए प्रति यूनिट आर्थिक सहायता दी जा रही है।
जनता का कहना:
बिजली में सब्सिडी दिए जाने के बाद एक तरफ जहां आमजन की ओर से राहत की सांस ली गई है। लेकिन घोषणा के बाद जिले में बिजली कटौती पहले के मुकाबले अधिक बढ़ गई है। जिससे लोगों को परेशानी में डाल दिया है। बिजली कटौती बंद करने की मांग को लेकर जिले में धरना-प्रदर्शन भी किए गए हैं।