& पीडी खाता खुलने से सरपंच के अधिकारों का सीध हनन होगा। ग्रामीण स्तर पर कराए जाने वाले सर्वसम्मति से छोटे-मोटे कार्य अब नहीं कराए जा सकेंगे। इससे गांवों की सामान्य समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पाएगा।
संतोष गोदारा, सरपंच चरला (सुजानगढ़)
& गांव में आवारा पशु मरने पर उसे उठाने के लिए पंचायत 2-4 सौ रुपए खर्च नहीं कर सकती है। पीडी खाते के लिए पहले प्रस्ताव भेजें, फिर अनुमति लेनी होगी। टेण्डर निकालो, फिर राशि खर्च करो, बाद में भुगतान होगा। यह प्रक्रिया लम्बी है। ऐसे छोटे कार्य तुरन्त करके समाधान करना होता है जो अब नहीं हो सकेंगे।
सुरेन्द्रसिंह राठौड़, सरपंच बालेरा (बीदासर)।
& पीडी खाते सम्बन्धी नई समस्या का समाधान जल्द होगा, क्योंकि सरपंच संघ ने गोविन्द डोटासरा को परेशानी बता दी है। उन्होंने समाधान निकालने का भरोसा दिलाया है। आशा है जल्द विवाद समाप्त होगा।
सविता राठी, सरपंच गोपालपुरा (सुजानगढ़)।
& सरकार के नए आदेश से पंचायती राज की स्थानीय संस्थाएं ग्रामीण क्षेत्रों में अब 10-20 हजार रुपए के छोटे-मोटे कार्य भी जनकल्याण के नहीं करा सकेगी। सरकार के हाथ पैर बांधने जैसा कार्य किया है। मैं इसके खिलाफ जिला परिषद में आवाज उठाऊंगा।
नौरंगलाल सीलू, जिप सदस्य, लोढ़सर