प्रकरण का खुलासा करते हुए एसपी राहुल बारहट ने बताया कि सूचना मिलते ही तुरंत सरदारशहर व भानीपुरा पुलिस थाना की संयुक्त टीम बनाई गई। पुलिस को देखकर आरोपियों ने गाड़ी को भगाने का प्रयास किया। हरदेसर के पास गाड़ी कच्चे रास्ते में फंस गई। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पंजाब के मोगा वार्ड छह निवासी सुखदेव सिंह उर्फ शिब्बू (25), गुरविंद्र सिंह (22) व जंडियाला अमृतसर पंजाब निवासी रोहित कुमार (२३) को भानीपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर कोटला रायका मोगा पंजाब निवासी सतकार सिंह (23) व जाटान कला निवासी मनवेंद्र सिंह उर्फ निक्का सिंह फरार हो गए। दोनों को सरदारश्हर पुलिस ने बुधवार सुबह गाजूसर फांटा के साथ गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि पांचों आरोपित शातिर किस्म के हंै। इनमें से दो आरोपी हार्डकोर हैं। तीन अन्य आरोपियों पर हत्या, अपहरण, मादक पदार्थ की तस्करी, जानलेवा हमले, लूट व आम्र्स एक्ट सहित अनेक मामले दर्ज है।
अजमेर से हथियार लाने जा रहे थे आरोपित
एसपी ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अजमेर से हथियार लाने जा रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा आरोपियों पर पंजाब में कहां-कहां मामले दर्ज हैं इसकी पूछताछ की जाएगी।
हाथ पर बनाया पिस्टल का टैटू
गिरफ्तार आरोपियों में सुखदेव सिंह उर्फ शिब्बू शातिर किस्म का अपराधी है। उसने हाथ की बाजू पर पिस्टल का टैटू बनवा रखा है। वहीं २० मई को पंजाब के मानसा में सुखविंद्र सिंह बघी की हत्या कर आया था। इसका मुख्य कारण यह रहा कि सुखविंद्र सिंह बघी ने उसकी पिटाई की और वीडियो बनाया था।
वापस जाकर फिर करते हत्या
एसपी ने बताया कि पांचों आरोपियों ने बताया कि २० मई को मानसा में सुखविंद्र सिंह बघी की हत्या कर आए हैं। वापस जाकर मोगा में एक पार्षद की हत्या करने का पूरा प्लान बनाया था।
15 दिन पहले चुराई थी कार
प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना के समय काम में ली गई कार को उन्होंने करीब 15-20 पहले सिरसा से चुराई थी। आरोपी जिसकी हत्या करते थे उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर देते थे। यह सब अपना बर्चश्व बनाने के लिए करते थे।
इस टीम ने दिया कार्रवाई को अंजाम
पांचों बदमाशों को पकडऩे वाली टीम में सरदारशहर थानाधिकारी पुष्पेंद्र झाझडिय़ा, एएसआई विजेंद्र, कांस्टेबल राजेंद्र, अशोक कुमार, भादरराम, मोहर शामिल थे। वहीं भानीपुरा थानाधिकारी राजीव रॉयल, हैड कांस्टेबल सुभाषचन्द्र, हेमराज, ओमप्रकाश, कांस्टेबल मनोज कुमार, सूरजभान, राजेन्द्र, रामचन्द्र व धर्मपाल आदि शामिल थे।