चारों बच्चों के शवों को देखकर परिजन बेसुध हो गए। मौत का समाचार लगने पर गांवों में चूल्हे नहीं जले। जिस किसी ने भी दुखद: घटना के बारे में सूना तो एक बारगी सदमें में आ गया। पुलिस ने चारों बच्चों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के मुताबिक गांव महरावणसर में सरकार की ओर से जोहड़ में पानी के लिए डिग्गी तैयार करवाई गई है। परिवार के लोग पास में ढाणी बनाकर रहते हैं। अपराह्न को परिवार के लोग खेतों में काम करने में व्यस्त थे, इस दौरान बच्चों को पानी लेने के लिए भेज दिया। ऐसे में अंकित जाट (12) पुत्र रामलाल निवासी किलणिया, विकास जाट (11) पुत्र चंदूराम निवासी महरावणसर, प्रवीण जाट (8) पुत्र कानाराम निवासी महरावणसर व जगदीश (15) निवासी महरावणसर पानी लेने के लिए गए हुए थे।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पानी भरते समय किसी बच्चे का पैर फिसल गया, ऐसे में एक-दूसरे को बचाते हुए एक के बाद एक चारों बच्चे डूब गए। इस दौरान वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने बच्चों के शव तैरता देखकर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर भालेरी पुलिस का जाप्ता मौके पर पहुंचा व परिजनों को घटना के बारे में बताया तो उनके होश उड़ गए। वहां मौजूद लोगों ने परिजनों को बड़ी मुश्किल से संभालते हुए ढांढस बंधाने की कोशिश की।
चार बच्चों के डिग्गी में डूबने की सूचना मिलने पर एएसपी योगेन्द्र फौजदार सहित भालेरी थानाधिकारी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि मृतक बच्चों में से अंकित जाट का ननिहाल महरावणसर में है। ऐसे में वो कुछ दिनों पहले ही मिलने के लिए आया हुआ था। अन्य बच्चों के साथ वो भी डिग्गी में पानी लेने के लिए चला गया, लेकिन हादसे में उसकी भी मौत हो गई।
सीएम ने ट्वीट कर जताई संवेदना
इधर घटना की जानकाीर मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना पर दुख जताया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि भालेरी क्षेत्र के गांव महरावणसर (चूरू) में डिग्गी में नहाते समय डूबने से चार बच्चों की मृत्यु बेहद हृदयविदारक व दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं बच्चों के माता-पिता एवं परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें इस अत्यंत कठिन समय में सम्बल प्रदान करें।