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सेना में देश की सेवा कर रहे गांव चार सौ लोग

locationचुरूPublished: Oct 24, 2020 11:49:07 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

प्राचीन गांव नेशल राजगढ़ से 25 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है। गांव में करीब एक हजार घरों की आबादी में करीब पांच हजार लोग निवास कर रहे है।

सेना में देश की सेवा कर रहे गांव चार सौ लोग

सेना में देश की सेवा कर रहे गांव चार सौ लोग

सांखू फोर्ट. प्राचीन गांव नेशल राजगढ़ से 25 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है। गांव में करीब एक हजार घरों की आबादी में करीब पांच हजार लोग निवास कर रहे है। गांव में एक हवेली है जिसके पास राधा कृष्ण का प्रचीन मंदिर है। गांव में बैंक, डाक व बिजली सुविधा उपलब्ध है। गांव के शहीद चिमन खां 196 2 में भारत चीन युद्ध में चूरू जिले में पहले शहीद हुए। निवासचन्द्र जम्मू कश्मीर में शहीद हुए। जिनका गांव में स्मारक बना हुआ है। स्वतंत्रता आंदोलन में रामधन श्योराण व चन्दगीराम कड़वासरा ने भाग लिया। वही गांव में स्वतंत्रता सेनानी रामधन श्योराण राउमावि है। विद्यालय में सभी प्रकार की सुविधाएं है लेकिन विज्ञान संकाय का अभाव होने के कारण मजबूरी में विद्यार्थियों को कला वर्ग की पढ़ाई करनी पड़ रही है। गांव में जर्मन योजना का मीठा पानी है, आयुर्वेद औषधालय व प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र है पक्के मकान और गलियों में खरंजे को पक्की सड़क है। लेकिन कुछ गलियों में नालियों के अभाव में बीच रास्ते के कीचड़ फैला रहता है। गांव में शिक्षा के प्रति जागरूक होने के कारण गांव में देश सेवा के जज्बे में गांव में करीब चार सौ लोग सेना में देश की सेवा जुटे हुए हैं, करीब 300 सैनिक से सेवानिवृत हैं जो गांव के युवाओं को सेना के लिए प्रेरित करते रहते है। इसी क्रम में गांव में चिकित्सक, बैंक अधिकारी भी है। गांव में शिक्षा, चिकित्सा, सेना, पुलिस व अन्य सरकारी नौकरियों में कार्यरत है। खेल में गांव के सोनू जनावा ने राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स में पदक जीतकर गांव का नाम रोशन किया। गांव में सरकारी बस सेवा का अभाव है निजी बस या निजी वाहन का प्रयोग करना पड़ता है। गांव गौशाला का अभाव है गांव के किसान आवारा पशुओं से चिंतित है किसानों को फसल को बचाने के लिए रतिजगा करना पड़ रहा है। गांव में ट्रेक का अभाव के जिससे युवाओं को सेना की तैयारी के परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव में कुल दादा भोमियाजी का मंदिर धामाण जोहड़ में स्थित है। दादा भोमियाजी के गांव के लोगों की आस्था है। भाद्रपद शुक्ल चौदस का दादा भमियाजी का मेला लगता है। कई गांवो के लोग भी आते हैं। जिसमें कुश्ती प्रतियोगिता होती है।

सड़क का इंतजार
नेशल से सांखू की बीच करीब 7 की सड़क का पिछले 34 वर्षों से इंतजार है हालांकि सांखू से चांदगोठी वाया जनाऊ मीठी की सड़क की मंजूरी मिल चुकी है लेकिन बनने का इंतजार है।

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