scriptCORONA EPIDEMIC- महामारी के चलते फीका रहा गणगौर का त्योहार | Gangaur festival faded due to epidemic | Patrika News

CORONA EPIDEMIC- महामारी के चलते फीका रहा गणगौर का त्योहार

locationचुरूPublished: Mar 28, 2020 01:09:30 pm

Submitted by:

Vijay

कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण पहली बार गणगौर की सवारी नहीं निकाली गई। जिसके कारण महिलाओं ने घरों में गणगौर की पूजा अर्चना की। कुछ महिलाओं ने नगरपालिका में जाकर ईशर गणगौर की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की।

CORONA EPIDEMIC- महामारी के चलते फीका रहा गणगौर का त्योहार

CORONA EPIDEMIC- महामारी के चलते फीका रहा गणगौर का त्योहार

विसर्जन के लिए तीन चार व्यक्ति ही गणगौर को कुएं तक ले गए
चूरू. जिले के सालासर में गणगौर पर्व पर हर वर्ष की भांति विशाल जुलूस न निकाल कर समन्द्रसिंह शेखावत, प्रहलादसिंह शेखावत, जॉनीसिंह व टिकुराम ढ़ाका ही गणगौर को मंदिर के पास स्थित कुए पर ले गए। इससे पूर्व जॉनीसिंह शेखावत के घर पर एक एक करके महिलाओं ने गणगौर की पूजा अर्चना की।
सरदारशहर. कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण शहर में पहली बार गणगौर की सवारी नहीं निकाली गई। जिसके कारण महिलाओं ने नगरपालिका व अपने घरों में गणगौर की पूजा अर्चना की। अधिकत्तर महिलाओं ने अपने ही घरों में पूजा अर्चना की। वही कुछ महिलाओं ने नगरपालिका में जाकर ईशर गणगौर की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की।
सादुलपुर. गणगौर पर्व बारिश के बीच एवं लोकडाउन के चलते घरों में मनाया गया। नम आंखों से नवविवाहिताओं ने गणगौर का विसर्जन किया। हर वर्श की भांति इस बार गणणौर मेले का आयोजन कोरोना वायरस के चलते नहीं हो पाया। इसके अलावा नगरपालिका प्रशासन की ओर से बैण्ड-बाजे के साथ निकाली जाने वाली गणगौर सवारी का आयोजन भी नहीं हो पाया। राजस्थान की आन-बान व षान तथा सांस्कृतिक परंपराओं को संजोकर मनाए जाने वाला गणगौर पर्व कोरोना वायरस के चलते घरों तक ही सिमट कर रहा गया। हालांकि नवविवाहिताओं ने बंदौरे निकालकर परंपरागत पर्व का निर्वहन भी किया।
राजलदेसर. कोरोना संक्रमण से बचाव तथा देश में लॉकडाउन के चलते गणगौर पर्व पर गणगौर-ईसर की सार्वजनिक पूजा व मेला स्थगित करने के चलते नवविवाहितों व किशोरियों ने गौर-ईसर की पूजा अपने-अपने घरों में की । लोगों का कहना है कि राजलदेसर कस्बे के बसने के बाद पहली दफा वर्षो से परम्परागत गौर-ईसर की सवारी निकालने की परम्परा का निर्वाहन नहीं किया जा सका है। गौरणियां भी लॉकडाउन के चलते फुलड़ा बिनकर नही ला सकी। आसपास प्राप्त हरी पत्तियों से गौर की पूजा की रस्म अदा की तथा अपने घरों में ही गौर का विसर्जन कर दिया।
घांघू. गांव में कोरोना वायरस महामारी के चलते गणगौर का पर्व फीका रहा और महिलाओं व युवतियों ने अपने घरों में ही गणगौर की पूजा अर्चना कर त्यौहार मनाया। इस बार कोरोना महामारी ने गणगौर पर्व और नवरात्रि पर्व को काफी फीका कर दिया। लेकिन लोगों में एक आशा है कि ये पर्व तो फिर भी आ जाएंगे पर अभी देश मे जो महामारी है इससे देश और मानवता की सुरक्षा होना बहुत जरूरी है।
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