scriptगैराज बने दोनों डिपो, 37 लाख का नुकसान | Garage made both depots, loss of 37 lakhs | Patrika News

गैराज बने दोनों डिपो, 37 लाख का नुकसान

locationचुरूPublished: Sep 19, 2018 12:59:01 pm

Submitted by:

Rakesh gotam

राजस्थान परिवहन निगम के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान दूसरे दिन मंगलवार को भी जिले में दोनों रोडवेज डिपो की बसों के चक्के जाम रहे। रोडवेज कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी

churu roadways strike news

churu photo

चूरू.

राजस्थान परिवहन निगम के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान दूसरे दिन मंगलवार को भी जिले में दोनों रोडवेज डिपो की बसों के चक्के जाम रहे। इससे निगम को दो दिन में 37 लाख से अधिक रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। उधर आंदोलनकारी कर्मचारियों की ओर से डिपो परिसर में शुरू किया गया धरना चौथे दिन भी जारी रहा। हड़ताल के कारण रोडवेज के चूरू आगार की 77 बसों के चक्केजाम रहने से दो दिन में करीब 19 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है। रोडवेज बसें नहीं चलने से लोगों को मजबूरन निजी व लोक परिवहन बसों में अधिक किराया देकर यात्रा करनी पड़ी। हड़ताल को समर्थन देने आए राजस्थान असंगठित श्रमिक यूनियन के राजवीर व राजस्थान किसान सभा के जिला मंत्री रामकरण चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी तो वे भी हड़ताल में शामिल होंगे। हड़ताल में एटक, सीटू, इंटक व रिटायर्ड एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारी शामिल हुए।
सरदारशहर.

विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के साथ हुए समझौते को लागू करने की मांग को लेकर रोडवेजकर्मियों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इसके कारण बसों का संचालन नहीं हुआ। इससे निगम को दो दिन में करीब 18 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं यात्रियों को विभिन्न परेशारियों का सामना करना पड़ा। रोडवेज बसे नहीं चलने के कारण लोगों को निजी बसों में यात्रा करनी पड़ी। निजी बस संचालकों ने यात्रियों से मनमानी किराया वसूला। विरोध करने वाले यात्रियों को बीच रास्ते में बस से नीचे उतार दिया। जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
निजी बस संचालकों के खिलाफ प्रदर्शन

सरदारशहर. निजी बस संचालकों की मनमर्जी के खिलाफ मंगलवार को ग्राम पंचायत फोगां के सरपंच द्वारकाप्रसाद कठोतिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी कार्यालय के आगे प्रदर्शन किया। निजी बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन में लिखा कि निजी बस संचालक अपनी मर्जी से बसे चलाते है। कभी चलाते है तो कभी बन्द कर देते है जिसके कारण ग्रामीणों को छह किमी पैदल चल कर दिल्ली बीकानेर सड़क पर जाकर वाहन पकडऩा पड़ता है। दुव्र्यवहार करते है तथा बीच रास्ते में नीचे उतार देते हंै। महावीरप्रसाद, रामस्वरूप, सत्यनारायण माली, सतीशपाल, दयाराम नाई, ओमप्रकाश, कल्याणसिंह, रामवतार, शिवप्रसाद, शिवपालसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो