Acharya Mahashraman-- गुरु सन्मार्ग दिखाने वाले होते हैं, उनके प्रवचन जीवन में उतार लें तो होगा कल्याण
चूरू. जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण सोमवार को सेठिया अतिथि भवन से लोकदेवता जाहर वीर गोगाजी की जन्म स्थली ददरेवा पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने उनका अभिनंदन किया। वहीं सादुलपुर से ददरेवा के बीच रास्ते में आचार्य महाश्रमण का समाज के प्रमुख लोगों तथा मालचंद मालू परिवार एवं झुगली तथा न्यागली गांव के लोगों ने भी अभिनंदन।
चुरू
Published: April 21, 2022 12:36:51 pm
आचार्य महाश्रमण के स्वागत में उमड़ा जन समूह
चूरू. जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण सोमवार को सेठिया अतिथि भवन से लोकदेवता जाहर वीर गोगाजी की जन्म स्थली ददरेवा पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने उनका अभिनंदन किया। वहीं सादुलपुर से ददरेवा के बीच रास्ते में आचार्य महाश्रमण का समाज के प्रमुख लोगों तथा मालचंद मालू परिवार एवं झुगली तथा न्यागली गांव के लोगों ने भी अभिनंदन। आचार्य महाश्रमण ने ग्रामीणों और लोगों को मंगल पाठ सुनाया तथा नशा मुक्त समाज निर्माण का संकल्प कराया। सेठिया भवन से आरंभ हुई पदयात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। नगर सीमा पर अंबेडकर सर्किल के निकट जहां आचार्य महाश्रमण व धवल सेना को विदाई दी गई वहीं रास्ते में स्थान स्थान पर ग्रामीण जनों ने आचार्य महाश्रमण की स्वागत करते आशीर्वाद लिया। भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यलय के सामने युवा व्यवसायी उमेद मालू कल्याण ङ्क्षसह राजपूत मनोज पूनिया, विनीत मालू आदि के नेतृत्व में आचार्य महाश्रमण का अभिनंदन किया गया। गांव झुगली बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं पुरुष आदि ने आचार्य महाश्रमण की अगवानी की। गांव के नरेश कुमार कालू राम राम ङ्क्षसह राजपूत उपेंद्र ङ्क्षसह महावीर राजपूत आदि ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया। प्रभात मांजू तथा बाहर से आए हुए श्रावकों ने आचार्य का जैन ध्वज व प्रतीक के साथ स्वागत किया। न्यांगली गांव में बसपा मनोज न्यांगली के नेतृत्व में लोगों ने स्वागत किया। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष महावीर पूनियां उपिस्थत रहे। आचार्य महाश्रमण ने लोक देवता जाहरवीर गोगा जी की जन्म स्थली पर जैसे ही आचार्य पहुंचे तो सरपंच जयङ्क्षसह सैनी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उनकी अगवानी की। गोगाजी ओर गोरखनाथ की भूमि पर ददरेवा पंचायत की तरफ आगवानी की गई। इस अवसर पर रतिराम पूनिया, लीलकी नरशी, मीठडी गाव के माणकचंद कोचर, राकेश कोठारी, पवन कोठारी, अनिल कोठारी, महावीर प्रसाद सारढा आदि मौजूद थे। मोहता पब्लिक स्कूल व प्रेरणा पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी स्टॉफ ने भी स्वागत किया गया।
आचार्य कोठारी परिवार के निवास स्थान पहुंचे। आचार्य ने कहा कि यह मानव शरीर पांच इन्द्रियों वाला है, कान सुनने का साधन है। सुनकर आदमी ज्ञान प्राप्त करता है। सुनकर कल्याण और पाप दोनों को जाना जा सकता है। साधु, संतों और गुरुओं की वाणी को सुनने का अवसर प्राप्त हो तो कल्याण की बात हो सकती है। गुरु सन्मार्ग दिखाने वाले होते हैं, उनके मुख से जो वाणी, प्रवचन आदि सुनने का अवसर प्राप्त हो जाए और उसे जीवन में उतार लिया जाए तो कल्याण हो सकता है।
समितियां गठित
चूरू. सादुलपुर कस्बे की आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति की बैठक रविवार रात्रि को जसकरण सुराणा हवेली में संपन्न हुई। सूरत प्रवासी संजय सुराणा तथा कोलकाता प्रवासी प्रमोद नाहटा की संयुक्त अध्यक्षता में हुई बैठक में अब तक की कार्य व्यवस्था की समीक्षा की गई। इसके साथ ही सामाजिक संस्थाओं और गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए चर्चा करते हुए समितियों का गठन किया गया। बैठक में आचार्य महाश्रमण के राजगढ़ प्रवास तथा रास्ते की सेवा व्यवस्था के कार्य की समीक्षा की गई।

Acharya Mahashraman-- गुरु सन्मार्ग दिखाने वाले होते हैं, उनके प्रवचन जीवन में उतार लें तो होगा कल्याण
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