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ये क्या बोले रोडवेज के जोनल मैनेजर, इतनी बदतर स्थिति यात्री कैसे बैठेंगे हमारी बसों में

locationचुरूPublished: Jun 14, 2019 11:41:24 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

रोडवेज के सीकर जोन के जोनल मैनेजर अमरचंद ने गुरुवार को चूरू डिपो का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बसों में अंदर जाकर निरीक्षण किया तो बस के हालात बदतर मिले।

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ये क्या बोले रोडवेज के जोनल मैनेजर, इतनी बदतर स्थिति यात्री कैसे बैठेंगे हमारी बसों में

चूरू. रोडवेज के सीकर जोन के जोनल मैनेजर अमरचंद ने गुरुवार को चूरू डिपो का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बसों में अंदर जाकर निरीक्षण किया तो बस के हालात बदतर मिले। टूटी-फटी सीटें, बिना कांच की खिड़कियां, गंदगी आदि बदहाल स्थिति देखकर बिफरे जोनल मैनेजर ने एमओ को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि इतनी बदतर स्थिति है तो यात्री क्यों बैठेंगे हमारी बसों में। इस दौरान एमओ अपनी तरफ से सफाई देते रहे। जोनल मैनेजर ने बसों की हालत तुरंत सुधारने की बात कहते हुए कहा कि इसके लिए बजटचाहिए तो मांगो। वो भी मिलेगा। मगर बसें हर हाल में अपडेट होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने डिपो की वर्कशोप का निरीक्षण कर पाट्र्स की कमी दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने आगार के अन्य कार्यालयों व व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण कर सुधार के निर्देश दिए। जोनल मैनेजर ने बताया कि हाल ही में चालक-परिचालकों के स्वास्थ्य की जांच करवाई गईहै। जिसमें अनफिट पाए गए चार जनों को डिपो में ही नियुक्त किया गया है। इस दौरान उनके साथ आए डबल एओ पुष्कर गुप्ता व आगार के मुख्य प्रबंधक पीआर सैनी सहित अन्य कर्मचारी थे।
एक हजार बसों के प्रस्ताव भिजवाए हैं
निरीक्षण के दौरान जोनल मैनेजर ने कहा कि रोडवेज बसों की कमी से जूझ रहा है। रोडवेज में घाटे की ये भी एक बड़ी वजह है। सरकार को एक हजार बसों का प्रस्ताव एमडी स्तर से भिजवाया है। बसें मिली तो रोडवेज की सेवाओं में सुधार होगा।
फ्लाइंग की सूचना मिल रही परिचालकों को
इस दौरान जोनल मैनेजर अमरचंद ने भी माना कि बसों में चलने वाले चालक-परिचालकों को फ्लाइंग टीम की हर लोकेशन की सूचना मोबाइल पर मिल रही है। इसमें रोडवेज कर्मियों के अलावा रूट पर बने होटल-ढाबा संचालक, फू्रट-जूस विक्रेता आदि भी शामिल हैं। जो बसों के चालक-परिचालकों को फ्लाइंग टीम की लोकेशन उनके मोबाइल पर बता देते हैं। उन्होंने आश्चर्य जताया कि उनके चूरू आने की बात पूरी तरह गुप्त थी। मगर मंड्रेला से निकलने के बाद उनकी लोकेशन मोबाइल के जरिए चूरूतक पहुंच गई। कर्मचारियों को पहले ही पता चल गया कि आज जोनल मैनेजर आएंगे।
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