सूत्रों की माने तो कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से भी ऐसे हथियारों की बिक्री में लगे हुए हैं। कुछ दिनों पहले शहर में वार्ड 56 में मामूली बात को लेकर एक युवक ने हवा में पिस्टल लहराकर फायर करने का प्रयास किया था।दूसरी तरफ पंखा सर्किल स्थित एक व्यापारी के कनपटी पर पिस्टल रखकर सम्पत नेहरा गैंग के गुर्गों के रंगदारी मांगने का मामला सामने आ चुका है।दोनों ही मामलों में आरोपियों की ओर से अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया। कुछ माह पूर्व सदर थाने में एक युवक की तलाशी के दौरान देसी कट्टा बरामद किया, पूछताछ करने पर युवक ने शौक के चलते हथियार रखने की बात कही थी।
पूर्व में सादुलपुर थाना इलाके से खेत से कुछ बदमाशों को अवैध हथियारों के साथ पुलिस ने पकड़ा था। बताया जा रहा है कि बदमाश क्षेत्र के एक राजनेता की हत्या की नीयत से आए थे।राजनेता की ओर से पुलिस से सुरक्षा भी मांगी गई थी।गत वर्ष अवैध हथियारों के बल पर ही शहर की गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी में लूट की बड़ी वारदात भी हो चुकी है। जानकारों की माने तो ये अवैध हथियार अब कानून व्यवस्था के लिए खतरा बनते जा रहे हैं।सूत्रों की माने तो अभी तक पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि हथियारों की खेप मध्यप्रदेश व हरियाणा से पहुंचती है।जिले में देसी कट्टा पांच से दस हजार रुपए व पिस्टल दस से 25 हजार रुपए में आसानी से मिल जाती है।
जिले में वैध से ज्यादा अवैध हथियार अब पुलिस के लिए चिंता का कारण बन गए हैं।इस तरह से हथियारों की उपलब्धता से युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है।कॉलेज में पढऩे वाले छात्र हथियार रखने की शौक के चलते धीरे-धीरे अपराध की डगर पर चले जाते हैं।जो मामले बातचीत करके सुलझाए जा सकते हैं, खून-खराबा तक पहुंच जाते हैं।
साल दर साल बढ़े अवैध हथियार के मामले
जिला पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो चूरू में साल दर साल अवैध हथियार रखने के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है।आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2019 में 43 प्रकरण दर्ज किए, वर्ष2020 में 59 व गत वर्ष 61 जनों के खिलाफ आम्र्स एक्ट में मामला दर्ज किया जा चुका है।
जिला पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो चूरू में साल दर साल अवैध हथियार रखने के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है।आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2019 में 43 प्रकरण दर्ज किए, वर्ष2020 में 59 व गत वर्ष 61 जनों के खिलाफ आम्र्स एक्ट में मामला दर्ज किया जा चुका है।