चुरूPublished: Dec 05, 2020 01:19:46 pm
Madhusudan Sharma
प्रदेश सहित जिले में कई अपात्र आयकरदाता, सरकारी सेवा, सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने गरीब किसान बनकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से रुपए उठा लिए थे। प्रदेश में ऐसे किसानों की संख्या 63 हजार है।
चूरू. प्रदेश सहित जिले में कई अपात्र आयकरदाता, सरकारी सेवा, सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने गरीब किसान बनकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से रुपए उठा लिए थे। प्रदेश में ऐसे किसानों की संख्या 63 हजार है। चूरू जिले में भी ऐसे अपात्र किसानों की संख्या 1967 हैं। इन पर एक करोड़ 77 लाख रुपए बकाया चल रहा है। राजस्थान पत्रिका ने 31 अक्टूबर के अंक में 63 हजार करोड़ों ने गरीब बनकर हड़पे 57 करोड़ रुपए प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के गावंडे की ओर से मामले को गंभीरता से लेते हुए जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत अपात्र कृषकों के आवेदन पत्र निरस्त कर दिए। अपात्र किसानों को संबंधित तहसील कार्यालय में अनिवार्य रूप से अविलम्ब राशि जमा कराने के आदेश दिए हैं। ऐसा नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बैंक पासबुक की प्रति ले जाकर दुरुस्त कराएं
जिला कलक्टर ने कहा है कि विभिन्न कारणों से निरस्त आवेदन पत्रों को संबंधित किसान अपने तहसील कार्यालय में बैंक पासबुक की प्रति ले जाकर दुरुस्त करवा सकते हैं। उन्होंने जिले की समस्त पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे संबंधित ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर लाभान्वित किसानों की सूची पीएम किसान पोर्टल से डाउनलोड कर चस्पा करते हुए संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच को भी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें, ताकि लाभान्वित होने से पात्र किसान महरूम न हो एवं अपात्र व्यक्ति को लाभ प्राप्त न हों। जिला कलक्टर ने कहा है कि यदि किसी ग्राम पंचायत में कोई अपात्र व्यक्ति द्वारा इस योजना का लाभ लिया जा रहा है तो किसी भी व्यक्ति द्वारा संबंधित तहसील कार्यालय या जिला कलक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।