यह बिन्दु दर्शाते जांच अधिकारियों की लापराही जानकारी के मुताबिक जांच कर रहे एसडीएम राकेश कुमार व बीसीएमओ डा. सुनील जांदू 24 को अस्पताल में बयान लेने गए थे। उस दौरान अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे की हार्ड डिस्क क्यों जब्ज नहीं की। कुछ कर्मचारी लेने का प्रयास किए तो प्रबंधन ने उन्हे फटकार दिया। बाद में जांच अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली और चले आए। कुछ दिन बाद हार्डडिस्क जब दुबारा जब्त की गई तो वह खुली अवस्था में मिली।
दूसरा चूक बयान लेने में इतना अंतराल क्यों किया गया। इस पर सवाल खड़े होते हैं। बयान लेने के बाद रिपोर्ट बनाने में भी देरी की गई। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट को भी सही तरीके से नहीं बनाया गया है। एडीएम के पास जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे वापस कर दिया गया है।
”जांच अधिकारियों ने बजरंग तारक मौत प्रकरण में रिपोर्ट दी थी लेकिन रिपोर्ट में कुछ कमियां थी जिसे सही करने के लिए दुबारा जांच टीम को भेज दिया गया है। जल्द ही जांच को पूरी करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। ”
राजपालसिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर, चूरू
दूसरा चूक बयान लेने में इतना अंतराल क्यों किया गया। इस पर सवाल खड़े होते हैं। बयान लेने के बाद रिपोर्ट बनाने में भी देरी की गई। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट को भी सही तरीके से नहीं बनाया गया है। एडीएम के पास जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे वापस कर दिया गया है।
”जांच अधिकारियों ने बजरंग तारक मौत प्रकरण में रिपोर्ट दी थी लेकिन रिपोर्ट में कुछ कमियां थी जिसे सही करने के लिए दुबारा जांच टीम को भेज दिया गया है। जल्द ही जांच को पूरी करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। ”
राजपालसिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर, चूरू